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    'मैं बंगाल की चौकीदार...', SIR के विरोध में ममता की रैली, अमित शाह पर सीधा निशाना

    Updated: Wed, 03 Dec 2025 05:37 PM (IST)

    मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अमित शाह पर मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर गंभीर आरोप लगाए। मालदा में एक रैली में, उन्होंने कहा कि भाजपा चुनाव से पहले मतदात ...और पढ़ें

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    ममता का अमित शाह पर गंभीर आरोप

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर गंभीर आरोप लगाए। ममता ने कहा कि पश्चिम बंगाल में मतदाता सूचियों का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) 14 साल पुरानी तृणमूल कांग्रेस सरकार को गिराने की अमित शाह की चतुर चाल थी, जिसे वो सफल नहीं होने देंगी।

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    उत्तर बंगाल के सीमावर्ती जिले मालदा में एसआईआर के खिलाफ रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि भाजपा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मतदाता सूची की समीक्षा करके अपनी कब्र खोद रही है। उन्होंने कहा, 'वे बंगाल पर कब्जा नहीं कर सकते। बंगाल के लोग कभी आपका समर्थन नहीं करेंगे। बंगाल बिहार से अलग है।'

    ममता का अमित शाह पर गंभीर आरोप

    उन्होंने कहा कि बंगाल में एसआईआर करने के चुनाव आयोग के जल्दबाजी के फैसले ने लोगों को डरा दिया है। उन्होंने कहा, 'हमने यह नहीं कहा है कि हम एसआईआर या जनगणना के खिलाफ हैं। लेकिन इसके लिए समय चाहिए। आप चुनाव के दौरान ऐसा करने के लिए बेताब हैं। आप जमींदारों की तरह व्यवहार कर रहे हैं।

    बंगाल में एसआईआर के कारण 39 लोगों की जान चली गई है, 13 लोग अस्पतालों में मौत से जूझ रहे हैं और तीन ने आत्महत्या का प्रयास किया है। एसआईआर के लिए इतनी जल्दी क्यों है? राज्य सरकार को परेशान करने और चुनाव से पहले उसकी विकास योजना को पटरी से उतारने के लिए।'

    बंगाल की चौकीदार हूं: ममता 

    बनर्जी ने कहा कि वह बंगाल के लोगों की 'चौकीदार' हैं। उन्होंने कहा, 'मैं मालदा की महिलाओं और बहनों को आश्वस्त कर रही हूं, चिंता न करें, किसी को भी डिटेंशन कैंप में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मैं आपकी सुरक्षा कर रही हूं।' उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी एसआईआर के दौरान मतदाता सूची से छूट गए लोगों के लिए हेल्पडेस्क बना रही है।

    बीजेपी पर हमला बोलते हुए ममता ने कहा कि 'सांप्रदायिक ताकतें' लोगों को बांटने की कोशिश कर रही हैं। हमने विधानसभा में प्रस्ताव लाया और वक्फ कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मामला दर्ज कराया। जब तक मैं वहां हूं, मैं किसी को भी इन जगहों को छूने की इजाजत नहीं दूंगी। मैं धर्म की राजनीति की इजाजत नहीं दूंगा। मैं सभी धर्मों से प्यार करती हूं।'

    भाजपा को हिंदुत्व सिखाने की जरूरत नहीं: ममता

    बनर्जी ने कहा कि भाजपा को उन्हें 'हिंदुत्व सिखाने' की कोशिश नहीं करनी चाहिए। हमने दीघा में जगन्नाथ मंदिर और कालीघाट मंदिर और दक्षिणेश्वर में स्काईवॉक का निर्माण कराया है। हम एक दुर्गा आंगन की स्थापना कर रहे हैं और एक महाकाल मंदिर का निर्माण कर रहे हैं। आपने क्या किया है?

    सभा को संबोधित करगे हुए ममता ने आगे कहा कि भाजपा 'खटमल' की तरह है। वे तब तक काटते हैं जब तक आप उन्हें हटा नहीं देते। उन्हें राजनीतिक रूप से हटाया जाना चाहिए ताकि बंगाल को अब कोई नुकसान न हो।'

    बनर्जी ने मालदा की सभा में कहा कि वह उनके पास वोट मांगने नहीं आयी हैं। 'मैं वोट मांगने नहीं आया हूं। मैं आपके साथ खड़ा होने आई हूं। डरो मत। कोई डिटेंशन कैंप में नहीं जाएगा। आपका नाम नहीं हटाया जाएगा। बंगाल सुरक्षित रहेगा।"

    अमित शाह ने ममता पर किया था हमला  

    पिछले महीने, बंगाल में एसआईआर को रोकने के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार से बनर्जी के अनुरोध के तुरंत बाद, गृह मंत्री शाह ने कहा था कि कुछ पार्टियां घुसपैठियों को बचाने के मिशन पर हैं।

    उन्होंने किसी भी पार्टी का नाम लिए बिना कहा, 'घुसपैठ को रोकना न केवल देश की सुरक्षा के लिए जरूरी है, बल्कि हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था को भ्रष्ट होने से बचाने के लिए भी जरूरी है।

    दुर्भाग्य से, कुछ राजनीतिक दल चुनाव आयोग द्वारा एसआईआर के तहत चलाए जा रहे 'घुसपैठिया हटाओ' अभियान और मतदाता सूची शुद्धिकरण अभियान का विरोध कर रहे हैं।'