'तेरे बाप का...' राज्यसभा में पूर्व प्रधानमंत्री के बेटे पर मल्लिकार्जुन खरगे हुए नाराज, सदन में मचा हंगामा
Mallikarjun Kharge कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा में स्पीच देते वक्त अचानक आपा खो दिया। उन्होंने बीजेपी सांसद और पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे को गुस्से में कुछ ऐसा कह दिया कि हंगामा मच गया। इस पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने दोनों को शांत कराया। इसके बाद खरगे ने बीजेपी पर मनमोहन सिंह को लेकर पलटवार किया। पढ़िए क्या है पूरा मामला।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे राज्यसभा में संबोधन देते वक्त अचानक भड़क गए। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री के बेटे और बीजेपी सांसद नीरज शेखर पर अपना गुस्सा निकाला। दरअसल, वे जब भाषण दे रहे थे, तब बीच में नीरज शेखर ने उन्हें टोकना शुरू कर दिया। तब खरगे ने आपा खो दिया और नीरज को कुछ ऐसी बात कहकर नसीहत दे डाली कि सदन में हंगामा मच गया।
रुपये की घटती दर पर बोल रहे थे खरगे तभी...
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में भी बहस हुई। बहस के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी सदन को संबोधित किया। जब वे अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट पर बोल रहे थे, तभी नीरज शेखर ने उन्हें बीच में टोक दिया।
खरगे भाषण में बोल रहे थे कि देश में बेरोजगारी बढ़ रही है। 2013 में जब नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम थे, तब कहा करते थे कि रुपया अस्पताल में है, लेकिन उस समय एक डॉलर के मुकाबले रुपये की कीत 60 रुपये थी।
नीरज शेखर से कही ये बात
खरगे यह बोल ही रहे थे कि बीजेपी सांसद नीरज शेखर बीच में कुछ कहने लगे। इस तरह टोकने पर खरगे नाराज हो गए और गुस्से में कह दिया कि 'तेरे बाप का भी मैं दोस्त रहा। उनको लेकर भी मैं घूमता था...चुपचाप बैठ।' खरगे के यह कहते ही राज्यसभा में हंगामा मच गया।
सभापति धनखड़ ने कराया शांत
तब राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने दोनों को शांत रहने को कहा। साथ ही कहा कि 'चंद्रशेखरजी का देश में कार्य और उनका सम्मान अतुलनीय है।' उन्होंने खरगे से चंद्रशेखर को लेकर दिए गए बयान को वापस लेने की अपील की। इस पर खरगे और नीरज शेखर दोनों ने कहा कि जब भी वे मिलते हैं बड़े सुखद तरीके से सौहार्दपूर्ण व्यवहार करते हैं।
खरगे ने दी यह सफाई
खरगे ने बाद में सफाई देते हुए कहा कि 'उन्हें और दिवंगत पूर्व पीएम चंद्रशेखर को एकसाथ गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने शेखर से कहा कि 'मैंने इसलिए कहा था कि आपके पिता मेरे मित्र रहे और आप ऐसे उठे जैसे कि...।
इसी बीच सभापति ने कहा कि 'आपके बाप...' क्या इस तरह कि अभिव्यक्ति सदन में होनी चाहिए? हमें चंद्रशेखर जी के प्रति सम्मान का भाव रखना चाहिए। आप इस वक्तव्य को वापस लें।
मनमोहन सिंह को लेकर खरगे ने बीजेपी को घेरा
इस पर खरगे ने कहा कि किसी का भी अपमान करना उनका स्वभाव कभी नहीं रहा है। इसके बाद उन्होंने बीजेपी पर पूर्व पीएम दिवंगत मनमोहन सिंह का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने उनके मौन को लेकर खूब बातें कही हैं। किसी ने कहा कि वे सरकार नहीं चला सकते। ऐसी कई अपमानजनक बातों को उन्होंने सहन किया और देशहित में अपनी ओर से कोई टिप्पणी नहीं दी।
बता दें कि सपा के पूर्व सासद 2019 में बीजेपी में शामिल हो गए। उनके पिता चंद्रशेखर बलिया से सांसद थे और अक्टूबर 1990 से जून 1991 तक यानी करीब छह माह तक वे देश के प्रधानमंत्री रहे।
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