'धनखड़ तो ठीक थे, दाल में कुछ तो काला है...'; उपराष्ट्रपति के इस्तीफे को लेकर खरगे ने पूछा सवाल
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की मांग पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने सरकार से स्पष्टीकरण की मांग करते हुए कहा कि धनखड़ भाजपा और आरएसएस का बचाव करते थे फिर भी उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। खरगे ने इस्तीफे के पीछे दाल में कुछ काला है होने का संदेह जताया और सरकार से इसके कारणों का खुलासा करने को कहा।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दावा किया कि जगदीप धनखड़ के उप राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने में कुछ गड़बड़ है और सरकार से इस पर स्पष्टीकरण मांगा है।
खरगे ने दावा किया कि भाजपा-आरएसएस के लोगों से ज़्यादा धनखड़ भाजपा और आरएसएस का "बचाव" करते थे, फिर भी उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।
उन्होंने कहा, "सरकार को जवाब देना चाहिए कि उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया, क्या कारण हैं, इसके पीछे क्या राज है। हमें तो लगता है कि 'दाल में कुछ काला है'। वो स्वस्थ दिखते हैं और हमेशा अच्छी शब्दावली रखते हैं। लेकिन हुआ क्या? वो भाजपा और आरएसएस का बचाव भाजपा-आरएसएस वालों से भी ज़्यादा करते थे।"
'देश को जानने का हक'
खरगे ने कहा कि इतनी निष्ठा के बावजूद उनका इस्तीफा हैरान करने वाला है। उन्होंने पूछा, "देश को हक है कि उसे बताया जाए कि आखिर इस इस्तीफे के पीछे कौन है और क्या वजह है?"
कांग्रेस का कहना है कि धनखड़ का इस्तीफा सिर्फ स्वास्थ्य कारणों से नहीं हुआ, बल्कि इसके पीछे कुछ गहरे राज हैं। कांग्रेस ने मंगलवार को भी कहा था कि धनखड़ के इस्तीफे की वजह स्वास्थ्य से कहीं ज्यादा गंभीर है। पार्टी ने कहा कि यह इस्तीफा धनखड़ की शख्सियत को ऊंचा करता है, लेकिन उन लोगों के लिए सवाल खड़े करता है जिन्होंने उन्हें इस पद पर बिठाया था।
(पीटीआई इनपुट्स के साथ)
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