बांग्लादेश से सटे बंगाल के 9 जिलों में वोटर्स की संख्या में भारी इजाफा, बीजेपी ने घुसपैठ को बताया जिम्मेदार
पश्चिम बंगाल में बांग्लादेश सीमा से लगे 9 जिलों में मतदाताओं की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। भाजपा ने इसके लिए घुसपैठ को जिम्मेदार ठहराया है और टीएमसी पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया है। टीएमसी ने इन आरोपों को निराधार बताया है और भाजपा पर सांप्रदायिक राजनीति करने का आरोप लगाया है। चुनाव आयोग से हस्तक्षेप की मांग की गई है।

बंगाल के 9 जिलों में वोटर्स की संख्या में भारी इजाफा।
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता : बंगाल में 2011 से ममता बनर्जी के शासनकाल में विशेषकर बांग्लादेश की सीमा से सटे नौ जिलों में पंजीकृत मतदाताओं की संख्या में बड़ा इजाफा देखा गया है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, 2002 में राज्य में 4.15 करोड़ पंजीकृत मतदाता थे, जो अब बढ़कर 7.63 करोड़ हो चुके हैं, यानी यह इजाफा करीब 66 प्रतिशत बैठता है। इसको लेकर अब विपक्षी भाजपा और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस आमने-सामने है।
राज्य में मुख्य विपक्षी भाजपा का कहना है कि बांग्लादेश से आए मुस्लिम घुसपैठियों का यह सबसे बड़ा सुबूत है और इसी वजह से सीमा से सटे उन जिलों में आबादी बढ़ी है। वहीं तृणमूल कांग्रेस का दावा है कि पड़ोसी देश से हिंदू शरणार्थी बड़ी संख्या में आए हैं, इसलिए वोटरों की संख्या में बढ़ोतरी दिख रही है।
टीएमसी प्रवक्ता अरूप चक्रवर्ती ने कहा कि बांग्लादेश में इसी अवधि में हिंदू आबादी 8 प्रतिशत तक गिर गई, इसलिए यह स्वाभाविक है कि वे बंगाल आए हों। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा मुस्लिम घुसपैठ का फर्जी नैरेटिव तैयार कर रही है।
चक्रवर्ती ने कहा कि कुछ जिले-कूचबिहार, अलीपुरद्वार आदि में भी वोटरों की संख्या बढ़ी है और वहां भाजपा को भारी वोट मिले हैं। मालदा और मुर्शिदाबाद में मुस्लिम आबादी निर्णायक है, लेकिन वहां हमने अच्छा प्रदर्शन किया है। कोलकाता में वोटरों की कम बढ़ोतरी पर उन्होंने कहा कि इस डेटा का असल मतलब अभी साफ नहीं है, इसलिए इस पर कुछ कहना जल्दबाजी होगी।
यह चिंताजनक ट्रेंड : भाजपा
वहीं, वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने तृणमूल पर अपने वोट बैंक के लिए घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह चिंताजनक ट्रेंड है। हम कई सालों से कह रहे थे कि सीमा पर घुसपैठ बढ़ रही है। अब डेटा भी यही दिखा रहा है। आगे चलकर कई जिले पूरी तरह मुस्लिम बहुल हो जाएंगे और इसकी वजह सिर्फ घुसपैठ है।
दूसरी ओर, माकपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद सलीम ने कहा कि बांग्लादेश फैक्टर तो है लेकिन बीएसएफ को सीमाई इलाकों में निगरानी और मजबूत करनी चाहिए थी। सलीम ने कहा कि बड़ी संख्या में हिंदू शरणार्थी भी आए हैं और इस वजह से बांग्लादेश में हिंदू आबादी गिरी है।
कौन से जिलों में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी?
वर्तमान में बंगाल के सभी 23 जिलों में एसआइआर की प्रक्रिया जारी है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, इनमें सीमावर्ती जिलों- उत्तर दिनाजपुर, मालदा, मुर्शिदाबाद, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, नदिया और दक्षिण दिनाजपुर- में मतदाताओं की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।