महमूद मदनी बोले-कांग्रेस अपने मुद्दे नहीं उठा पाती, मुसलमानों के मुद्दे क्या उठाएगी
जमीयत उलमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि कांग्रेस मुसलमानों के मुद्दों को उठाने में असमर्थ है। उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल से क ...और पढ़ें

मौलाना महमूद मदनी। (जागरण)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जमीयत उलमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी ने बुधवार को कहा कि किसी भी मुख्यधारा के राजनीतिक दल से यह उम्मीद करना बेमानी है कि वह सिर्फ मुसलमानों की वकालत करे। उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस पार्टी मुसलमानों के मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाने में असमर्थ है। अभी वह अपने ही मुद्दे नहीं उठा पा रही है। फिर वह किसी और के मुद्दे कैसे उठा पाएगी?
एक विशेष साक्षात्कार में मदनी ने कहा कि राजनीति को केवल मुसलमानों के नजरिये से नहीं, बल्कि प्रदूषण जैसे अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों के साथ भी देखा जाना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस मुस्लिम समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ती है, मदनी ने कहा-यह बेहद राजनीतिक सवाल है। किसी भी मुख्यधारा की राजनीतिक पार्टी से यह उम्मीद करना गलत है कि वह सिर्फ मुसलमानों के लिए लड़ेगी या सिर्फ उनके मुद्दे उठाएगी। मैं किसी भी पार्टी से ऐसी उम्मीद नहीं रखना चाहता।
मदनी ने जिहाद की अवधारणा के बारे में बात की और कहा कि यह न केवल मुसलमानों के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण है। इसे स्कूली शिक्षा में शामिल किया जाना चाहिए, ताकि बच्चे इसका अर्थ और उद्देश्य समझ सकें।
मदनी ने कहा कि सनातन धर्म और कुछ अन्य धर्मों का अनुयायी होने का दावा करने वाले कुछ लोग इस्लाम को गाली देने और बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे लोग पाकिस्तानी एजेंडे को पूरा कर रहे हैं। देश को यह समझना होगा कि इस्लाम में जिहाद एक पवित्र धार्मिक शब्द है। जिहाद को बार-बार गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है और जानबूझकर हिंसा से जोड़ा गया है
(समाचार एजेंसी आइएएनएस के इनपुट के साथ)

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