'...तो कर लिया जाएगा गिरफ्तार', विशेष सार्वजनिक सुरक्षा विधेयक पर सीएम फडणवीस ने साफ कर दी स्थिति
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्पष्ट किया है कि महाराष्ट्र विशेष सार्वजनिक सुरक्षा विधेयक सरकार की आलोचना करने वालों के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा कि इस विधेयक के कानून बनने के बाद शहरी नक्सलियों की तरह काम करने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा। विधेयक का उद्देश्य शहरी नक्सलवाद और वामपंथी उग्रवादी संगठनों की गैरकानूनी गतिविधियों को रोकना है।

पीटीआई, नागपुर। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्पष्ट किया है कि विशेष सार्वजनिक सुरक्षा विधेयक सरकार की आलोचना करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस विधेयक के कानून बनने के बाद शहरी नक्सलियों या अर्बन नक्सल की तरह काम करने वालों को इस कानून के तहत गिरफ्तार किया जाएगा।
विधेयक में कौन-कौन से प्रावधान?
राज्य विधानमंडल के हालिया मानसून सत्र में महाराष्ट्र विशेष सार्वजनिक सुरक्षा विधेयक-2024 पारित किया गया था। इसका मकसद शहरी नक्सलवाद और वामपंथी उग्रवादी संगठनों की गैरकानूनी गतिविधियों को रोकना है। इस विधेयक में दोषी पाए जाने पर भारी जुर्माना और सात साल तक की जेल की सजा जैसे प्रावधान हैं।
सीएम फडणवीस का क्या कहना है?
विपक्षी दल इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर असहमति को दबाने का हथियार बता रहे हैं। शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए फडणवीस ने कहा कि यह कानून प्रदर्शनकारियों या सरकार की आलोचना करने वालों के खिलाफ नहीं है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे द्वारा मुख्यमंत्री को नए पारित कानून के तहत अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने की चुनौती दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा, अगर आप शहरी नक्सली की तरह काम करेंगे, तो गिरफ्तार किया जाएगा।
राज ठाकरे के इस आरोप पर कि मुख्यमंत्री बाहर से आने वाले बच्चों को जबरन हिंदी सिखाना चाहते हैं फडणवीस ने कहा, महाराष्ट्र में मराठी अनिवार्य है, लेकिन इसके साथ ही एक अतिरिक्त भारतीय भाषा भी सीखनी चाहिए। उन्होंने कहा, मैं किसी भारतीय भाषा के स्थान पर अंग्रेजी को वरीयता देने का विरोधी हूं।
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