महाबलेश्वर बस हादसा : 30 लोगों के शव बरामद, सर्च ऑपरेशन खत्म
महाबलेश्वर बस हादसे में अब तक 30 शव बरामद हो चुके हैं। एनडीआरएफ को कुछ और शव मिलने की आशंका है। इसके चलते सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है। ...और पढ़ें

महाबलेश्वर (एएनआइ)। महाबलेश्वर बस हादसे में 30 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं। इसके साथ ही एनडीआरएफ का सर्च ऑपरेशन खत्म हो गया है। दरअसल, खाई की गहराई ज्यादा होने की वजह से राहत और बचाव कार्य में इतना ज्यादा वक्त लगा। शनिवार को हुए इस दर्दनाक हादसे की खबर ने सबको हिलाकर रख दिया है।

महाराष्ट्र के मशहूर पर्यटन स्थल महाबलेश्वर में एक बस भयानक हादसे का शिकार हो गई थी। वीकेंड पर पिकनिक मनाने जा रहे 34 दोस्तों से भरी यह बस पहाड़ी रास्ते में 500 फीट गहरी खाई में में जा गिरी। दिल दहला देने वाली घटना में 33 लोगों की मौत हो गई है जबकि एक व्यक्ति घायल है।
कब और कहां हुआ हादसा

ये हादसा शनिवार सुबह रायगढ़ और सतारा जिले की सीमा पर अंबनेली घाट के समीप हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक सभी लोग एक कृषि विभाग की विद्यापीठ में काम करते थे और वे वीकेंड पर पिकनिक मनाने जा रहा थे। शनिवार सुबह करीब 10 बजे अंबेनली घाट पर एक पहाड़ी सड़क पर बस खाई में जा गिरी।
मुआवजे का ऐलान
इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को चार लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। साथ ही हादसे में जख्मी हुए लोगों के इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाएगी।

इससे पहले डबलडेकर बस हुई थी हादसे का शिकार
गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले भी मुंबई में एक डबलडेकर बस हादसे का शिकार हो गई थी। ये हादसा उस समय हुआ जब ये डबलडेकर बस सांताक्रूज में जाम से बचने के लिए अपने तय रूट से दूसरे मार्ग पर जा रही थी। इसी दौरान सड़क पर बने ओवरहेड रेलिंग से इस बस की टक्कर हो गई। दरअसल, बस जिस रूट पर आगे बढ़ी वो रास्ता बड़ी गाड़ियों के जाने लायक नहीं था। उसमें ओवरहेड रेलिंग लगी हुई थी जिससे की बड़ी गाड़ियां उस रूट से नहीं गुजरें।
बस ड्राइवर को ये याद नहीं रहा कि बस डबलडेकर है, इसी बीच बस उस ओवरहेड रेलिंग से टकरा गई। ऐसी ही एक घटना कोल्हापुर में भी देखने को मिली, जहां 17 लोगों से भरी मिनी बस नदी में गिर गई थी। शिवाजी पुल पर हुए इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि बाकी लोगों को बचा लिया गया था।

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