शरद पवार बोले- भाजपा के पास बहुमत के आंकड़े नहीं, शिवसेना के नेतृत्व में हम बनाना चाहते हैं सरकार
एनसीपी प्रमुख शरद पवार शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे और कांग्रेस महाराष्ट्र में सियासी घटनाक्रम को लेकर साझा प्रेस वार्ता कर रहे हैं।
मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र में सुबह-सुबह आए सियासी भूचाल के बाद एनसीपी और शिवसेना साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और शरद पवार पहुंचे। इस बैठक में महाराष्ट्र के सियासी घटनाक्रम को लेकर कई बड़े खुलासा सामने आए हैं। शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना रुख महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर साफ किया, साथ ही भाजपा समेत अजीत पवार पर भी हमला बोला।
एनसीपी-शिवसेना की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुख्य बातें:
शिवसेना के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए भाजपा के पास आंकड़े नहीं हैं, इसलिए वह सरकार नहीं बना पाएगी। उन्होंने साथ ही कहा कि एनसीपी, शिवसेना के नेतृत्व में सरकार बनाना चाहती है।
उनके साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्हें शिवसेना के MLA को तोड़ने की कोशिश करने दो, महाराष्ट्र सो नहीं रहा।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच एनसीपी के दो और विधायकों संदीप क्षीरसागर और सुनील भुसारा ने भी आरोप लगाया कि उन्हें अनजाने में शपथ समारोह में ले जाया गया था और अब वे वापस आ गए हैं और शरद पवार को समर्थन दिया है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि आज एनसीपी विधायक दल का एक नया नेता शाम 4 बजे चुना जाएगा।
पता नहीं उसने (अजीत पवार) ने यह जांच एजेंसियों के डर से किया है या नहीं। लेकिन मेरे स्रोत के अनुसार, राजभवन में 10-11 विधायक थे और उनमें से तीन पहले से ही यहां मेरे साथ बैठे हैंः शरद पवार
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि अजीत पवार के खिलाफ प्रक्रिया के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि पहले ईवीएम का खेल चल रहा था और अब यह नया खेल है। इसके बाद से मुझे नहीं लगता कि चुनावों की भी जरूरत है। किसी को भी पता है कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने कैसे विश्वासघात किया था और पीछे से हमला किया।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि पार्टियों के पास सभी विधायकों द्वारा हस्ताक्षरित उनकी विधायकों की सूची थी, एनसीपी की एक समान सूची अजीत पवार के पास थी, क्योंकि वह राकांपा के सीएलपी थे। मुझे लगता है कि उन्होंने एक ही सूची प्रस्तुत की है। मुझे इस पर यकीन नहीं है लेकिन मुझे संदेह है कि यह मामला हो सकता है। हम राज्यपाल से चर्चा करेंगे।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि मुझे यकीन है कि राज्यपाल ने उन्हें बहुमत साबित करने का समय दिया है, लेकिन वे इसे साबित नहीं कर पाएंगे। उसके बाद हमारी तीन पार्टियां सरकार बनाएंगी जैसा हमने पहले तय किया था।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच एनसीपी के विधायक राजेंद्र सिंघाने ने खुलासा किया कि अजीत पवार ने मुझे कुछ चर्चा करने के लिए बुलाया था और वहां से मुझे अन्य विधायकों के साथ राजभवन ले जाया गया। इससे पहले कि हम समझ पाते शपथ समारोह पूरा हो गया। मैं अजीत पवार साहब के पास गया और उनसे कहा कि मैं शरद पवार और एनसीपी के साथ हूं।
शरद पवार ने कहा है कि सभी विधायकों को पता होना चाहिए कि विरोधी दलबदल कानून है और उनके विधानसभा सदस्यता खोने की संभावना अधिक है।
शरद पवार ने कहा है कि अजीत पवार ने खुद समर्थन देने का फैसला किया है। इसको लेकर हमें कोई जानकारी नहीं थी। अजीत पवार का फैसला पार्टी लाइन के खिलाफ है और अनुशासनहीनता है। कोई एनसीपी नेता या कार्यकर्ता एनसीपी-भाजपा सरकार के पक्ष में नहीं है।
शरद पवार ने कहा कि शिवसेना और एनसीपी नेता सरकार बनाने के लिए एक साथ आए। हमारे पास संख्याएं थीं। हमारे साथ हमारे आधिकारिक नंबर थे- 44, 56 और हमारे साथ 54 विधायक जिन्होंने सरकार का समर्थन किया था। कई स्वतंत्र भी हमारे साथ थे और हमारी संख्या 170 के आसपास थी।
वाईबी चव्हाण सेंटर मुंबई में शिवसेना और एनसीपी की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही है। इसमें एनसीपी प्रमुख शरद पवार और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मौजूद हैं।
शरद पवार ने साफ किया रुख
महाराष्ट्र में एनसीपी ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई है। इसपर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि एनसीपी का भाजपा के साथ जाना, अजीत पवार का व्यक्तिगत फैसला है और इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, 'महाराष्ट्र में भाजपा के साथ सरकार बनाने का फैसला अजीत पवार का व्यक्तिगत फैसला है, ना कि एनसीपी का। मैं यह बयान रिकॉर्ड करते हुए कहता हूं कि हम इस फैसले का समर्थन नहीं करते हैं।'