'शिवसेना के अंदाज में जवाब दिया', थप्पड़ कांड के बाद संजय गायकवाड़ ने किया अपना बचाव; बोले- विधायक हूं और फाइटर भी
महाराष्ट्र में शिवसेना शिंदे गुट के विधायक संजय गायकवाड़ ने विधायक निवास की कैंटीन में बासी भोजन परोसे जाने पर एक कर्मचारी को थप्पड़ मारे। मुख्यमंत्री फडणवीस और विपक्षी दलों ने इस घटना की निंदा की है। गायकवाड़ ने अपने व्यवहार का बचाव करते हुए कहा कि उन्हें ‘शिवसेना शैली’ में प्रतिक्रिया देनी पड़ी।

राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना शिंदे गुट के विधायक संजय गायकवाड़ ने मुंबई में विधायक निवास की कैंटीन में बासी भोजन परोसे जाने पर एक कर्मचारी को कई थप्पड़ जड़ दिए। इस घटना की मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ-साथ विपक्षी दलों ने भी निंदा की है।
हमले का वीडियो वायरल होने और आक्रोश फैलने पर मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि इस तरह का आचरण किसी को भी शोभा नहीं देता। इससे सभी विधायकों के बारे में गलत संदेश जाता है कि वे सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं। उपमुख्यमंत्री एवं शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने भी अपनी पार्टी के नेता के कृत्य को अनुचित बताया।
घटिया खाना परोसने का आरोप
हालांकि, बुलढाणा से विधायक संजय गायकवाड़ ने अपने आचरण का बचाव करते हुए कहा कि उन्हें ‘शिवसेना शैली’ की प्रतिक्रिया के लिए बाध्य होना पड़ा, क्योंकि भोजन की गुणवत्ता के बारे में उनकी पहले की गई शिकायतों का समाधान नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने कृत्य पर कोई पछतावा नहीं है। गायकवाड़ ने कहा कि मैं एक विधायक हूं, लेकिन मैं एक फाइटर भी हूं। उन्होंने कहा कि कैंटीन ठेकेदार का घटिया खाना परोसने का इतिहास रहा है। वे चार दिन पुरानी दाल और दस दिन से ज़्यादा पुराना चिकन परोसते हैं।
आकाशवाणी एमएलए हॉस्टल में मंगलवार रात हुई इस घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में गायकवाड़ कैंटीन संचालक को डांटते, बिल का भुगतान करने से इनकार करते और बिलिंग काउंटर पर बैठे कर्मचारी को बार-बार थप्पड़ मारते नजर आ रहे हैं, जिससे वह नीचे गिर जाता है। गायकवाड़ ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि मैंने पहले भी दो-तीन बार खाने की खराब गुणवत्ता की शिकायत की थी। इस बार खाना बिल्कुल अस्वीकार्य था। मैं इस मुद्दे को मौजूदा विधानमंडल सत्र में उठाऊँगा।
कैंटीन में घुसकर किया था झगड़ा
- सूत्रों के अनुसार मंगलवार रात गायकवाड़ ने एमएलए हॉस्टल की कैंटीन से खाना ऑर्डर किया था। उनके कमरे में जो दाल और चावल भेजे गए, वे बासी और बदबूदार थे। इससे नाराज होकर शिवसेना शिंदे गुट के विधायक संजय गायकवाड़ कैंटीन में घुस गए और मैनेजर से झगड़ा किया एवं एक कर्मचारी को कई थप्पड़ मारे। जिसके कर्मचारी जमीन पर गिर गया था।
- बुधवार को विधान भवन परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए गायकवाड़ ने कहा कि उन्होंने विधायक निवास कैंटीन में भोजन की गुणवत्ता का मुद्दा कई बार उठाया है। एफडीए मंत्री नरहरि झिरवल ने तीन महीने पहले कुछ नमूने जाँच के लिए भेजे थे, जिनकी रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि मैं भी एक इंसान हूं। मुझे शिवसेना शैली में जवाब देना पड़ा, क्योंकि अन्य सभी प्रयास बेअसर रहे थे।
- विधान परिषद में विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) विधायक अनिल परब ने यह मुद्दा उठाया और गायकवाड़ पर सत्ता के नशे में चूर होने का आरोप लगाया तथा कहा कि ऐसी घटनाओं से मुख्यमंत्री फडणवीस की छवि को भी नुकसान पहुंचता है। मुख्यमंत्री फडणवीस ने सदन में कहा कि ऐसा आचरण किसी को भी शोभा नहीं देता। इससे सभी विधायकों के बारे में लोगों के बीच गलत संदेश जाता है कि वे सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं।
विपक्ष ने व्यवहार की आलोचना की
गायकवाड़ के व्यवहार के बारे में पूछे जाने पर उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि अगर कुछ गलत हो रहा है तो कानूनी कार्रवाई हो सकती है। लेकिन लोगों की पिटाई करना अनुचित है। उन्होंने कहा कि मैंने संजय गायकवाड़ से कहा है कि उनके कृत्य अनुचित थे। मैं उनके कृत्यों का समर्थन नहीं करूंगा। शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने भी गायकवाड़ के व्यवहार की आलोचना की है।
चतुर्वेदी ने एक्स पर पोस्ट किया है कि शिवसेना के विधायक संजय गायकवाड़ से मिलिए। पिछले साल उन्होंने राहुल गांधी की जीभ काटने वाले को 11 लाख रुपये देने की घोषणा की थी। अब यह व्यक्ति एक गरीब असहाय कैंटीन कर्मचारी की पिटाई करता हुआ दिखाई दे रहा है।
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