BMC Election Date: महाराष्ट्र बीएमसी चुनाव की तारीख का एलान, 15 जनवरी को वोटिंग; पूरा शेड्यूल
महाराष्ट्र में मुंबई समेत 29 महानगरपालिकाओं के चुनाव की घोषणा के साथ ही मिनी आम चुनाव जैसा माहौल है। शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और राकांपा के लिए ये च ...और पढ़ें
-1765798068520.webp)
महाराष्ट्र में 15 जनवरी को होंगे निकाय चुनाव
राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र में मुंबई सहित 29 महानगरपालिकाओं के चुनाव घोषित होने के साथ ही एक मिनी आम चुनाव जैसा माहौल बनने जा रहा है।
पिछले विधानसभा चुनाव में करारी मात खानेवाले विपक्षी दलों शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और राकांपा (शरदचंद्र पवार) के लिए ये चुनाव कड़ी परीक्षा लेकर आ रहे हैं। चुनाव की आचारसंहिता आज से ही लागू हो गई है।
मुंबई महानगरपालिका पर पिछले 30 वर्षों से शिवसेना (तब अविभाजित) का ही कब्जा है। विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद अब इस पार्टी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की सारी उम्मीदें मुंबई महानगरपालिका (मनपा) पर ही टिकी हैं। जबकि मुख्यमंत्री फडणवीस किसी भी कीमत पर इस पर उनसे मनपा छीनना चाहते हैं।
मुंबई समेत 29 महानगरपालिकाओं में चुनाव की घोषणा
इसके लिए वह उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्ववाली शिवसेना से गठबंधन भी करने को तैयार हैं। लेकिन वहीं शिंदे के प्रभाववाले ठाणे जिले में स्थित कई महानगरपालिकाओं में भाजपा शिंदे से भी तगड़ा मोलभाव करने से नहीं चूकेगी।
इसकी बानगी पिछले दिनों भाजपा और शिवसेना में एक-दूसरे के कार्यकर्ताओं को अपनी ओर तोड़ने के दौरान देखी जा चुकी है। यदि मुंबई, ठाणे और नई मुंबई में भाजपा-शिवसेना का गठबंधन सफल रहा, तो शिवसेना (यूबीटी) को करारी हार झेलनी पड़ सकती है। क्योंकि विधानसभा चुनाव में उसकी साथी रही कांग्रेस ने मनपा चुनाव अकेले लड़ने का मन बना लिया है।
मुंबई की भांति ही पुणे एवं पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिकाएं भी आर्थिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण मानी जाती हैं। खासतौर से पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका। क्योंकि इसी महानगरपालिका क्षेत्र में कई बड़े औद्योगिक क्षेत्र आते हैं। इस महानगरपालिका पर पिछले कई चुनावों से राकांपा (अविभाजित) का कब्जा रहा है।
विपक्षी दलों के लिए कड़ी परीक्षा का समय
राकांपा के विभाजन के बाद पहली बार महानगरपालिका चुनाव होने जा रहे हैं। इसमें अजीत पवार के नेतृत्ववाली राकांपा एवं शरद पवार के नेतृत्ववाली राकांपा (शरदचंद्र पवार) के बीच तो तगड़ी टक्कर होनी ही है, भाजपा भी यहां पीछे नहीं रहेगी।
सोमवार को चुनाव की घोषणा होने के बाद ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संकेत दे दिए हैं कि पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ में भाजपा अकेले चुनाव लड़ सकती है।
फडणवीस यह भी स्पष्ट कर चुके हैं कि जहां-जहां संभव होगा वह अपने सत्तारूढ़ सहयोगियों के साथ गठबंधन करेंगे, वरना भाजपा अकेले चुनाव लड़कर बाद में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर गठबंधन का मेयर बनाएंगे।
23 दिसंबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू
बता दें कि सोमवार को घोषित 29 महानगरपालिकाओं में से 27 महानगरपालिकाओं का कार्यकाल तो तीन से चार साल पहले ही समाप्त हो चुका था। इस बीच जालना और इचलकरंजी की दो नई महानगरपालिकाएं बन चुकी हैं।
उनके चुनाव भी पहली बार करवाए जा रहे हैं। पुरानी महानगरपालिकाओं में नासिक, नागपुर, छत्रपति संभाजीनगर, कोल्हापुर जैसे बड़े शहरों की महानगरपालिकाएं भी शामिल हैं।
इसलिए पूरे महाराष्ट्र में एक मिनी आमचुनाव जैसा माहौल बनने जा रहा है। इन चुनावों के लिए नामांकन की शुरुआत 23 दिसंबर से हो जाएगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।