'लाइबेरियाई जहाज के मलबे की हर दो घंटे में की जाए निगरानी', केंद्रीय मंत्री ने दिया अधिकारियों को निर्देश
केरल तट पर लाइबेरियाई कार्गो जहाज डूबने से कंटेनर बहकर तट पर आ रहे हैं जिनमें से नौ मिल चुके हैं। हालांकि कैल्शियम कार्बाइड वाला कोई कंटेनर नहीं मिला है। तेल रिसाव के चलते हाई अलर्ट जारी किया गया है। केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने जहाजरानी महानिदेशालय को स्थिति पर नजर रखने का निर्देश दिया है। जहाज में 643 कंटेनर थे जिनमें कुछ खतरनाक सामान भी था।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केरल तट पर लाइबेरियाई कार्गो जहाज के डूबने के बाद उसके कंटेनर बहकर तट पर आने लगे हैं। अब तक नौ कंटेनर तट पर पहुंच चुके हैं। ये कंटेनर दक्षिण कोल्लम और अलपुझा के तटों पर मिले हैं। हालांकि, इनमें कोई भी कैल्शियम कार्बाइड वाला कंटेनर शामिल नहीं है। फैल रहे तेल रिसाव के चलते अधिकारियों ने तट पर हाई अलर्ट जारी किया है।
इस बीच केंद्रीय जहाजरानी मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि जहाजरानी महानिदेशालय को केरल तट के पास लाइबेरियाई मालवाहक जहाज के पलटने और डूबने से उत्पन्न स्थिति पर हर दो घंटे पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है।
जहाज में थे कुल 643 कंटेनर
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, इस जहाज में कुल 643 कंटेनर थे, इनमें 73 खाली थे और 13 में खतरनाक और ख़तरनाक सामान थे। कुछ कंटेनरों में कैल्शियम कार्बाइड भी रखा था। बता दें कि यह एक ऐसा केमिकल है जो पानी के साथ मिलने के बाद ज्वलनशील एसिटिलीन गैस छोड़ता है।
जानिए क्या बोले केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय जहाजरानी मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि हमने अपने डीजी शिपिंग को हर दो घंटे में स्थिति की निगरानी करने का निर्देश दिया है। वे संबंधित एजेंसियों, खासकर भारतीय तटरक्षक, भारतीय नौसेना और केरल सरकार, राज्य और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण जैसी अन्य एजेंसियों के साथ बैठक कर रहे हैं। वे सभी मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तटीय जीवन और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सभी कदम उठाए गए हैं। ये दो महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं जिनका ध्यान रखा जा रहा है।
डूबे जहाज में था भार मात्रा में डीजल
वहीं, भारतीय तटरक्षक बल (ICG) ने बताया है कि जो जहाज डूबा है उसके टैंकों में 84.44 मीट्रिक टन डीजल और 367.1 मीट्रिक टन फर्नेस ऑयल था। वहीं, कुछ अधिकारियों ने बताया कि कुछ कंटेनरों में कैल्शियम कार्बाइड जैसे खतरनाक पदार्थ थे, जो समुद्री जल के साथ प्रतिक्रिया करके अत्यधिक ज्वलनशील एसिटिलीन गैस छोड़ते हैं। (इनपुट एजेंसी के साथ)

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