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    राजस्थान में खेत में बन रही एमडी ड्रग्स लैब का हुआ पर्दाफाश, डार्कनेट से सीखकर मादक पदार्थ बनाने की थी तैयारी

    Updated: Sun, 16 Nov 2025 05:41 AM (IST)

    राजस्थान में सिरोही जिले के धनत्राई गांव के एक खेत में मादक पदार्थ बनाने की लैब का पर्दाफाश हुआ है। राजस्थान पुलिस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी)की संयुक्त टीम ने छापा मार कर इस लैब को पकड़ा और सैकड़ों किलो केमिकल बरामद किया है। इससे लगभग एक क्विंटल मेफेड्रोन ड्रग्स बनाई जा सकती थी जिसकी बाजार में कीमत करीब 40 करोड़ रूपए आंकी गई है।

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    राजस्थान में डार्कनेट से सीखकर खेत में खोल दी एमडी ड्रग्स बनाने की लैब (सांकेतिक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता,जयपुर। राजस्थान में सिरोही जिले के धनत्राई गांव के एक खेत में मादक पदार्थ बनाने की लैब का पर्दाफाश हुआ है। मादक पदार्थ बनाने के आरोपित ने डार्कनेट से इसे तैयार करने की प्रक्रिया सीखी थी।

    राजस्थान पुलिस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी)की संयुक्त टीम ने छापा मार कर इस लैब को पकड़ा और सैकड़ों किलो केमिकल बरामद किया है। इससे लगभग एक क्विंटल मेफेड्रोन ड्रग्स बनाई जा सकती थी जिसकी बाजार में कीमत करीब 40 करोड़ रूपए आंकी गई है।

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    पुलिस ने लैब के मालिक सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। एनसीबी और पुलिस की टीम ने गांधी नगर स्थित नेशनल फारेंसिक साइंस विश्वविद्यालय की टीम को भी मौके पर बुलाया।

    जांच में सामने आया कि इस लैब का संचालक प्रदेश के जालौर जिले का निवासी वालाराम है। वह प्रतियोगी परीक्षाओं में असफल होने के बाद नशे के इस कारोबार से जुड़ा था। उसने मादक पदार्थ बनाने की प्रक्रिया डार्कनेट से सीखी थी।

    गुजरात के अंकलेश्वर से केमिकल और लैब के उपकरण खरीदता था। जिस खेत में लैब संचालित की जा रही थी उसका मालिक वालाराम का साथी भूराराम है।

    प्रारंभिक जांच में सामने आया कि लैब में पूर्व में आठ किलो मेफेड्रोन बनाया जा चुका था। वालाराम को केमिकल उवं उपकरण उपलब्ध करवाने वाला अंकलेश्वर निवासी अजीत पटेल पहले से ही एक मामले में रिमांड पर चल रहा है। वालाराम,भूराराम के साथ ही तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है।