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    केरल में पीएफआइ का सबसे बड़ा हथियार प्रशिक्षण केंद्र कुर्क, नेशनल डेवलपमेंट फ्रंट के सदस्य करते थे इस्तेमाल

    By AgencyEdited By: Amit Singh
    Updated: Tue, 01 Aug 2023 01:06 AM (IST)

    एनआइए ने 17 मार्च को इस मामले में पीएफआइ संगठन सहित 59 आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। अधिकारी ने कहा कि जारी जांच के तहत एनआइए ने मामले में अब 10 हेक्टेयर में फैले इस प्रशिक्षण केंद्र को कुर्क कर लिया है। ग्रीन वैली अकादमी मंजेरी केरल का प्रबंधन ग्रीन वैली फाउंडेशन द्वारा किया जाता है। इसका उपयोग नेशनल डेवलपमेंट फ्रंट के कैडरों द्वारा किया जाता था।

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    पीएफआइ का सबसे बड़ा हथियार प्रशिक्षण केंद्र कुर्क

    नई दिल्ली, पीटीआई: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने सोमवार को कहा कि उसने केरल में प्रतिबंधित संगठन पीएफआइ के सबसे पुराने और सबसे बड़े हथियार और शारीरिक प्रशिक्षण केंद्रों में से एक को कुर्क कर लिया है। यह प्रतिबंधित संगठन का छठा शस्त्र प्रशिक्षण केंद्र और यूएपीए के प्रविधानों के तहत केरल में एनआइए द्वारा आतंकवाद की आय के रूप में जब्त की जाने वाली संगठन की 18वीं संपत्ति है।

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    10 हेक्टेयर में फैला प्रशिक्षण केंद्र कुर्क

    एनआइए ने 17 मार्च को इस मामले में पीएफआइ संगठन सहित 59 आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। अधिकारी ने कहा कि जारी जांच के तहत एनआइए ने मामले में अब 10 हेक्टेयर में फैले इस प्रशिक्षण केंद्र को कुर्क कर लिया है। ग्रीन वैली अकादमी, मंजेरी केरल का प्रबंधन ग्रीन वैली फाउंडेशन (जीवीएफ) द्वारा किया जाता है। इसका उपयोग नेशनल डेवलपमेंट फ्रंट के कैडरों द्वारा किया जाता था और बाद में पीएफआई द्वारा किया जाता था जिसमें इसका विलय हो गया।

    पीएफआइ की संपत्ति जब्त

    एनआइए ने कहा कि पीएफआइ इस संपत्ति का उपयोग अपने सर्विस विंग के हिस्से के रूप में पहचाने जाने वाले अपने कैडरों को हथियार प्रशिक्षण, शारीरिक प्रशिक्षण और विस्फोटकों के उपयोग और परीक्षण पर प्रशिक्षण देने के लिए कर रहा था। एनआइए ने कहा कि इस सुविधा का इस्तेमाल हत्या सहित अपराध करने के बाद पीएफआइ सर्विस विंग सदस्यों को शरण देने के लिए भी किया गया था। इस केंद्र का उपयोग इसके प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं, कैडरों और सदस्यों को पीएफआइ के विभाजनकारी और सांप्रदायिक एजेंडे और नीतियों में कट्टरपंथी वैचारिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए किया जा रहा था।