टीएमसी के ही कुछ नेताओं पर भड़के कुणाल घोष, जमकर की आलोचना; कुंभकर्ण तक बताया
टीएमसी के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने अपनी ही पार्टी के नेताओं की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि कुछ नेता सोशल मीडिया पर एक्टिव नहीं है। सभी को एक्टिव हो जाना चाहिए। बिना नाम लिए पार्टी के कुछ नेताओं को उन्होंने कुंभकर्ण तक बता डाला। इससे पहले सीएम ममता बनर्जी ने भी सोशल मीडिया पर निष्क्रिय रहने को लेकर पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं की आलोचना की थी।

राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष इन दिनों अपनी पार्टी के ही कुछ नेताओं पर भड़के हैं। टीएमसी के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने पार्टी के कुछ नेताओं पर इंटरनेट मीडिया पर निष्क्रिय रहने का आरोप लगाया और उनकी आलोचना की। उन्होंने वरिष्ठ नेताओं, सांसदों व विधायकों की आलोचना करते हुए सभी के खिलाफ कड़ी टिप्पणी की है।
टीएमसी के कुछ नेताओं को लेकर उन्होंने कहा कि पार्टी में कई ऐसे वरिष्ठ सदस्य हैं जो कुंभकर्ण की तरह निद्रा में रहते हैं। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या हमारे जन प्रतिनिधियों की संख्या कम है? विपक्ष के आरोपों व बदनाम करने वाले पोस्टों पर वे जवाबी पोस्ट क्यों नहीं करते? इनमें से अधिकतर नेताओं के पास महंगे स्मार्ट फोन हैं।
शिकायत के बाद भी नहीं सुनते नेता
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने यह भी कहा कि पार्टी नेतृत्व द्वारा बार-बार कहे जाने के बावजूद कई वरिष्ठ नेता इंटरनेट मीडिया पर निष्क्रिय हैं। गुरुवार को पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ हुई बैठक में उन्होंने किसी नेता का नाम तो नहीं लिया, लेकिन कहा कि पार्टी में सांगठनिक कमेटी के गठन के वक्त जितने लोग पद मांगते नजर आते हैं, चुनाव आने पर टिकट के लिए मारामारी करते हैं। आगे उन्होंने कहा कि कुछ नेता तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के पोस्ट को रिपोस्ट करने की जरूरत तक महसूस नहीं करते हैं।
एक नजर में समझिए
- वरिष्ठ नेता कुणाल घोष इसलिए अपने नेताओं पर भड़के हैं क्यों कि वे सोशल मीडिया पर खास एक्टिव नहीं हैं।
- इससे पहले बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी अपने नेताओं को सोशल मीडिया एक्टिव रहने के निर्देश दिए थे।
- वरिष्ठ टीएमसी नेता ने कहा कि पार्टी के सभी नेताओं के पास स्मार्ट फोन है, वे इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय रहें और लोगों से जुड़ें।
सीएम ममता ने भी दिए थे आदेश
दरअसल, कुछ महीने पहले ही तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद के स्थापना दिवस के अवसर पर पार्टी सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पर निष्क्रिय रहने को लेकर पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं, सांसदों व विधायकों की आलोचना की थी। पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने नेताओं से इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय रहने और विपक्ष के आरोपों का जवाब देने का निर्देश दिया था। इसके अलावा अधिक से अधिक पोस्ट को रिपोस्ट करने के लिए कहा था।
टीएमसी के नेताओं को ये निर्देश ऐसे वक्त पर दिए गए थे, जब अन्य राजनीतिक पार्टियों के नेता लगातार सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं और अपनी बातों को जनता तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। वहीं, अन्य राजनीतिक दलों के नेता उन पर लगे आरोपो का जवाब भी देते हैं। ऐसा करने से नेताओं की और पार्टी बात आम लोगों तक आसानी से पहुंचती है।
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