Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कुमार विश्वास की पत्नी मंजू शर्मा का इस्तीफा मंजूर, अब नहीं रहेंगी राजस्थान लोक सेवा आयोग की सदस्य

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 08:22 AM (IST)

    Manju Sharma Resignation मशहूर कवि कुमार विश्वास की पत्नी मंजू शर्मा जिन्होंने राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य पद से इस्तीफा दिया था उनका इस्तीफा राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने 16 दिन बाद मंजूर कर लिया है। राजस्थान पुलिस सब इंस्पेक्टर भर्ती 2021 में पेपर लीक मामले के चलते मंजू शर्मा ने यह कदम उठाया। इस मामले में हाईकोर्ट की टिप्पणी के बाद उन्होंने पद छोड़ने का फैसला किया।

    Hero Image
    कुमार विश्वास की पत्नी मंजू शर्मा का इस्तीफा मंजूर। फाइल फोटो

    डिजिटल डेस्क, जयपुर। मशहूर कवि कुमार विश्वास की पत्नी मंजू शर्मा ने राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य पद से इस्तीफा दिया था। वहीं, अब 16वें दिन राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है। राजस्थान पुलिस सब इंस्पेक्टर भर्ती 2021 में पेपर लीक मामले के चलते मंजू शर्मा ने अपना पद छोड़ा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कुमार विश्वास की पत्नी ने 1 सितंबर 2025 को राज्यपाल के सामने अपने इस्तीफे की पेशकश की थी। राज्यपाल ने इस्तीफे को मंजूरी दे दी है, जिसके साथ ही मंजू शर्मा अब राजस्थान लोक सेवा आयोग की सदस्य नहीं रहेंगी।

    क्या है पूरा मामला?

    राजस्थान पुलिस सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 में पेपर लीक मामला हाईकोर्ट में पहुंचा था। इस दौरान हाईकोर्ट ने राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्यों पर टिप्पणी की थी, जिसके बाद मंजू शर्मा ने अपना पद छोड़ने का फैसला लिया था।

    एक सदस्य निलंबित

    पेपर लीक मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग के एक सदस्य बाबूलाल कटारा को पहले ही पद से हटाया जा चुका है। कटारा को निलंबित करने का प्रस्ताव अभी राष्ट्रपति के पास विचाराधीन है। इस प्रस्ताव को अभी तक मंजूरी नहीं मिली है। वहीं, मंजू शर्मा के इस्तीफे के बाद आयोग में 4 सदस्य ही बचे हैं।

    राजस्थान लोकसभा आयोग में कुल 10 सदस्य होते हैं। मगर, अब आयोग में 6 पद खाली हो गए हैं। कुमार विश्वास की पत्नी मंजू शर्मा को 2020 में कांग्रेस सरकार ने आयोग का सदस्य बनाया था।

    यह भी पढ़ें- 'TMC और BJP के बीच कोई झगड़ा नहीं', नेपाल हिंसा को लेकर ममता बनर्जी ने ऐसा क्यों कहा?