देश का सबसे ऊंचा रावण का पुतला कोटा की बारिश पर पड़ा भारी, रिमोट से होगा इसका दहन
देशभर में बारिश के कारण दशहरा की तैयारियाँ प्रभावित हुईं। राजस्थान के कोटा में 221.5 फीट ऊँचा रावण मजबूती से खड़ा रहा जो आकर्षण का केंद्र बना। यह देश के सबसे ऊँचे पुतलों में से एक है। बारिश और हवाओं के बावजूद इसे कोई नुकसान नहीं हुआ। रावण का चेहरा 25 फीट ऊँचा है और रिमोट से इसका दहन किया जाएगा।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देशभर में बारिश ने दशहरा की तैयारियों और रावण दहन को काफी प्रभावित किया। कई जगहों पर बारिश से रावण के पुतले भीगकर गिर गए और रंग फीके पड़ गए। लेकिन, राजस्थान के कोटा में बना 221.5 फीट ऊंचा रावण मजबूती से खड़ा रहा और सभी का ध्यान खींच लिया।
कोटा का यह रावण देश के सबसे ऊंचे पुतले में गिना जाएगा। इसकी खासियत यह है कि तेज बारिश और हवाओं के बावजूद इसमें कोई नुकसान नहीं हुआ। रावण का चेहरा 25 फीट ऊंचा है और वजन करीब 3 क्विंटल है। इसके जूते 40 फीट लंबे, मुकुत 60 फीट और तलवार 50 फीट की बनाई गई है।
रिमोट से होगा रावण दहन
दशहरे पर गुरुवार को इस विशाल रावण का दहन किया जाएगा। इसे 25 अलग-अलग बिंदुओं से आग लगाई जाएगी, जहां सेंसर लगे होंगे। रिमोट कंट्रोल से एक-एक कर सभी सेंसर सक्रिय होंगे और आतिशबाजी के साथ पुतला जल उठेगा।
रावण बनाने वाली टीम के प्रमुख तेजिंदर सिंह ने बताया कि इस बार पुतला बनाते समय बारिश का ध्यान रखा गया। उन्होंने कहा, "हमने इस में कागज का बिल्कुल इस्तेमाल नहीं किया। पूरा ढांचा फाइबर से बना है, जिससे यह पुतला पूरी तरह बारिश-रोधी है। यहां तक कि बारिश ने इसे साफ कर और चमका दिया है।"
क्या है इसकी खासियत
कोटा में हर साल रावण दहन पर भीड़ जुटती है। यहां बनाए गए पुतलों की खासियत यह रहती है कि इनमें चलने वाला सिर या बोलने वाला मुंह भी जोड़ा जाता है। इस बार बारिश से जहां राजस्थान और देश के कई हिस्सों में पुतले टूटते-गिरते दिखे, वहीं कोटा का विशाल रावण मजबूती और नई तकनीक का उदाहरण बनकर खड़ा है।
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