निकल ही नहीं रहा कोलकाता की सड़कों पर भरा पानी, बारिश की आफत ने 10 लोगों की ले ली जान
कोलकाता में दुर्गा पूजा के दौरान भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। बिजली के खंभों से करंट लगने से 10 लोगों की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है। बारिश के कारण उड़ानें और ट्रेनें रद्द कर दी गईं।

राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। दुर्गापूजा की बेला में आफत बनकर आई बारिश ने मंगलवार को कोलकाता व आसपास के कई जिलों में सामान्य जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। बिजली के खंभों से बारिश के पानी में फैली बिजली की चपेट में आने से 10 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में से आठ कोलकाता के हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घटना पर दुख जताते हुए कोलकाता व आसपास बिजली की आपूर्ति करने वाली कंपनी सीईएससी को मृतकों के स्वजनों को पांच लाख रुपये का मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कोलकाता में जलजमाव के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि डीवीसी व फरक्का बराजों की जल भंडारण क्षमता नहीं बढ़ाई जा रही बल्कि उसका पानी बंगाल में छोड़ दिया जा रहा है, जिससे हुगली नदी का जलस्तर बढ़ गया है।
57 उड़ानें रद कर दी गईं
सोमवार रात 11.30 बजे से मंगलवार सुबह 8.30 बजे तक हुई मूसलधार बारिश से कोलकाता, हावड़ा, हुगली, उत्तर व दक्षिण 24 परगना जिलों के अधिकांश इलाके जलमग्न हो गए हैं। बारिश का सड़क यातायात, ट्रेन, विमान सेवाओं और यहां तक कि मेट्रो पर व्यापक असर पड़ा है। कोलकाता एयरपोर्ट पर आवागमन करने वालीं 57 उड़ानें रद कर दी गईं और कई 31 के परिचालन में देरी हुई।
वहीं हावड़ा-सियालदह की विभिन्न शाखाओं में 111 लोकल व लंबी दूरी की सात ट्रेनें रद कर दी गईं। सड़कों से बसें नदारद रहीं। मेट्रो सेवाओं को भी संक्षिप्त समापन (शार्ट टर्मिनेट) कर दिया गया। कोलकाता व आसपास के जिलों में घरों के अलावा कई अस्पतालों में भी पानी घुस गया। बारिश से कई दुर्गापूजा पंडाल क्षतिग्रस्त हो गए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस दिन कई पंडालों का उद्घाटन करना था, जो उन्होंने स्थगित कर दिया। कुम्हारटोली में निर्मित दुर्गा प्रतिमाएं पंडालों में नहीं पहुंच पाईं।
कोलकाता के धर्मतल्ला, न्यूमार्केट, गरियाहाट, सियालदह समेत विभिन्न बाजारों के जलमग्न होने के कारण पूजा की खरीदारी नहीं नही हो पाई, जिससे व्यवसायियों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। बारिश का अदालती कार्यवाही पर भी भारी असर पड़ा। कलकत्ता हाई कोर्ट, अलीपुर कोर्ट, सियालदह कोर्ट व बैंकशाल कोर्ट में विभिन्न मामलों पर सुनवाई नहीं हो पाई। कई न्यायाधीश, अधिवक्ता व मुवक्किल अदालत ही नहीं पहुंच पाए। विकट स्थिति को देखते हुए सरकारी स्कूलों में दुर्गापूजा की छुट्टी की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने निजी स्कूलों से भी स्कूल बंद रखने का अनुरोध किया है।
टूटा 40 वर्षों का रिकॉर्ड
कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने बताया कि बारिश ने कोलकाता में पिछले 40 वर्षों का रिकार्ड तोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि सितंबर में अब तक कोलकाता में 300 मिलीमीटर बारिश हुई है। वहीं अलीपुर मौसम कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार कोलकाता में पिछले 24 घंटों के दौरान 251.4 मिलीमीटर बारिश हुई है।
सबसे अधिक बारिश रात 2.30 बजे से प्रात: 5.30 बजे के दौरान (185.6 मिलीमीटर) दर्ज हुई है। इससे पहले गत एक सितंबर से 22 सितंबर तक कोलकाता में कुल 178.9 मिलीमीटर बारिश हुई थी। मौसम विभाग के रिकार्ड बताते हैं कि 1986 के सितंबर में कोलकाता में 251 मिलीमीटर बारिश हुई थी।
अभी और होगी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व में निम्न दबाव का क्षेत्र बना है, जिसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढऩे की संभावना है। इस कारण दक्षिण बंगाल के कुछ जिलों में हल्की से अति भारी बारिश का पूर्वानुमान है। 25 सितंबर के आसपास पूर्व-मध्य और उससे सटे उत्तर बंगाल की खाड़ी में नए निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की भी संभावना है।
नहीं निकल पा रहा जमा पानी
मेयर ने बताया कि हुगली नदी में उच्च ज्वार की स्थिति है और नहरें और छोटे नाले पानी से लबालब भरे हैं इसलिए शहर से पानी निकल नहीं पा रहा है। वापस आ जा रहा है।
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