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    TMC का मंच गिराने के बाद बंगाल में बवाल, कोलकाता पुलिस ने रोका सेना का ट्रक

    Updated: Tue, 02 Sep 2025 07:55 PM (IST)

    कोलकाता पुलिस ने सेना के एक ट्रक को लापरवाही से चलाने के आरोप में रोका जिससे विवाद हो गया। पुलिस का कहना है कि ट्रक तेज गति से चल रहा था और मोड़ पर हादसा हो सकता था। सेना ने किसी भी गड़बड़ी से इनकार किया है। यह घटना तब हुई जब सेना ने तृणमूल कांग्रेस के प्रदर्शन मंच को हटाया था।

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    बंगाल पुलिस ने रोका आर्मी का ट्रक।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सेना की ओर से भाजपा शासित राज्यों में बांग्लाभाषी प्रवासी श्रमिकों पर कथित अत्याचार के खिलाफ सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस द्वारा बनाए गए मंच को हटाए जाने के एक दिन बाद कोलकाता पुलिस ने मंगलवार को लापरवाही से वाहन चलाने के आरोप में सेना के एक ट्रक को रोक लिया, जिसको लेकर विवाद पैदा हो गया।

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    पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह घटना पूर्वाह्न करीब 11 बजे मध्य कोलकाता के राइटर्स बिल्डिंग (पूर्व राज्य सचिवालय) के सामने हुई। अधिकारी ने दावा किया कि वाहन इतनी तेज रफ्तार से चल रहा था कि मोड़ लेते समय एक बड़ा हादसा हो सकता था। पुलिस के अनुसार, तेज रफ्तार ट्रक बाईं लेन से अचानक दाईं ओर मुड़ गया, जिसकी उस चौराहे पर अनुमति नहीं है। संयोग से उसी समय कोलकाता पुलिस के आयुक्त (सीपी) मनोज वर्मा का वाहन ट्रक के पीछे चल रहा था। वर्मा कोलकाता पुलिस के मुख्यालय लालबाजार जा रहे थे, जो घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर स्थित है।

    सेना के ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज

    अधिकारी ने बताया कि ट्रक में जवान और सेना के अधिकारी भी सवार थे। सेना के ट्रक को हेयर स्ट्रीट थाने ले जाया गया। अधिकारी ने बताया कि इस घटना के संबंध में सेना के वाहन चालक के खिलाफ खतरनाक तरीके से गाड़ी चलाने के आरोप में मोटर वाहन अधिनियम की धारा 184 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

    अधिकारियों ने गड़बड़ी से किया इनकार 

    दूसरी ओर, सेना के अधिकारियों ने किसी भी गड़बड़ी से इनकार करते हुए कहा कि पुलिस ने गाड़ी को राइटर्स बिल्डिंग के पास मोड़ते समय रोका था। उन्होंने कहा कि किसी भी यातायात नियम का उल्लंघन नहीं किया गया है। बाद में कोलकाता में सेना की पूर्वी कमान मुख्यालय से कर्नल रैंक के एक अधिकारी मौके पर पहुंचे और पुलिस अधिकारियों से बात की। इसके बाद पुलिस ने सेना के वाहन को छोड़ दिया।

    मालूम हो कि यह घटना ऐसे समय में सामने आई जब एक दिन पहले सेना ने कोलकाता के मेयो रोड पर तृणमूल के प्रदर्शन मंच को इस आधार पर हटा दिया था कि पार्टी ने कार्यक्रम की अनुमति की अवधि पार कर ली थी। मेयो रोड रक्षा बलों के स्वामित्व वाला क्षेत्र है। इस कार्रवाई से बिफरीं ममता ने मौके पर पहुंचकर केंद्र पर सेना के दुरूपयोग का आरोप लगाया था।

    कोलकाता पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज जारी की

    इस बीच कोलकाता पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया, जिसमें उस क्षण की घटनाओं का क्रम कैद है जब यातायात अधिकारियों ने सेना के ट्रक को रोका था। एक्स पर एक पोस्ट में कोलकाता पुलिस ने कहा कि यातायात नियमों के उल्लंघन की घटना पर पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में कुछ लोगों द्वारा बहुत सारी गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं। सीसीटीवी फुटेज से यह स्पष्ट है कि संबंधित ट्रक यातायात लेन का उल्लंघन करते हुए खतरनाक तरीके से चलाया जा रहा था।

    कोलकाता पुलिस के अनुसार, सेना का वाहन फोर्ट विलियम स्थित पूर्वी कमान मुख्यालय से आ रहा था। जब पुलिस आयुक्त की कार ने सेना के ट्रक को दाईं ओर से ओवरटेक करने का प्रयास किया, तो ट्रक अचानक दाईं ओर मुड़ गया, जिससे टक्कर होते-होते बची। पुलिस आयुक्त की कार तुरंत रुक गई और धीरे-धीरे आगे बढ़ी। इसके तुरंत बाद, सेना के वाहन ने फिर से बाईं लेन से दाईं ओर मुडऩे का प्रयास किया। पुलिस ने दावा किया कि सेना के वाहन का चालक खतरनाक तरीके से गाड़ी चला रहा था, जिससे बड़ा हादसा हो सकता था।

    भाजपा विधायकों ने विधानसभा के बाहर किया प्रदर्शन

    दूसरी ओर, सेना के ट्रक को रोके जाने की कार्रवाई के खिलाफ विपक्षी भाजपा के विधायकों ने विधानसभा के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि तृणमूल भारतीय सेना तक का अपमान कर रही है।

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