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    Kolkata Case: लॉ कॉलेज छात्रा से गैंगरेप, आरोपियों के मोबाइल से वीडियो क्लिप बरामद; हाई कोर्ट और SC में दायर हुई याचिकाएं

    कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में छात्रा से गैंगरेप के मामले में मेडिकल रिपोर्ट और CCTV फुटेज जैसे कई सबूत मिले हैं। पीड़िता ने कॉलेज के कर्मचारी मनोजित मिश्रा और दो छात्रों पर आरोप लगाया है। जांच में पता चला है कि मिश्रा ने TMC में पद का वादा करके छात्रों को शामिल किया था। घटना के समय गार्ड को बाहर भेज दिया गया था।

    By Digital Desk Edited By: Prince Gourh Updated: Tue, 01 Jul 2025 06:58 AM (IST)
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    आरोपियों के मोबाइल से वीडियो क्लिप बरामद (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में 25 जून को एक 24 वर्षीय छात्रा के साथ कथित गैंगरेप के मामले में कई सबूत मिले हैं, जिनसे पीड़िता के आरोपों की पुष्टि होती है। मेडिकल रिपोर्ट, CCTV फुटेज और आरोपियों के मोबाइल से मिले वीडियो क्लिप इस अपराध को सिद्ध करने में अहम माने जा रहे हैं।

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    मेडिकल रिपोर्ट और शुरुआती जांच

    पीड़िता की मेडिकल जांच 26 जून को की गई थी जिसमें गले और शरीर के अन्य हिस्सों पर निशान पाए गए हैं। रिपोर्ट में यौन उत्पीड़न से इनकार नहीं किया गया है। 28 जून को उसका मेडीको-लीगल टेस्ट भी किया गया।

    पीड़िता ने आरोप लगाया है कि कॉलेज के ही अनुबंधित कर्मचारी और पूर्व छात्र मनोजित मिश्रा, जो कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) की युवा इकाई से भी जुड़ा है, उसने दो अन्य छात्रों - ज़ैब अहमद और प्रमित मुखर्जी के साथ मिलकर 25 जून की शाम 7:30 बजे से रात 10:50 बजे के बीच कॉलेज के गार्ड रूम में गैंगरेप किया।

    घटना के दौरान पीड़िता को घबराहट और सांस लेने में तकलीफ हुई, तब मिश्रा ने अहमद और मुखर्जी को अंदर बुलाया और इन्हीं से इनहेलर मंगवाया था।

    CCTV फुटेज

    पुलिस ने कॉलेज के पास स्थित एक मेडिकल स्टोर से जानकारी जुटाई है कि आरोपी अहमद ने रात 8:29 बजे वहां से इनहेलर खरीदा था। उसके पास पूरे पैसे नहीं थे, इसलिए उसने ₹350 का भुगतान UPI से किया। पुलिस ने रसीद जब्त कर ली है।

    पूछताछ में अहमद और मुखर्जी ने बताया कि अगर वे उसकी मदद करते हैं तो मनोजित मिश्रा ने उन्हें कॉलेज की TMC यूनिट में अच्छे पद देने का वादा किया था। मिश्रा ने उनसे दो दिन पहले ही योजना बनाई थी कि लड़की को बहाने से कॉलेज में रोकना है।

    साजिश का हुआ खुलासा

    पीड़िता ने बताया कि उसे TMC की छात्र इकाई में 'गर्ल्स सेक्रेटरी' का पद देकर बाद में कॉलेज में रुकने को कहा गया। उस दिन कॉलेज में 4 बजे के बाद कम से कम 17 लोग मौजूद थे, जिनकी सूची तैयार कर ली गई है।

    उसने ये भी बताया कि यूनियन रूम में कॉलेज यूनियन के जनरल सेक्रेटरी समेत 7 लोग मौजूद थे। CCTV में कुछ और चेहरों की पहचान हुई है। कॉलेज से उनके फोन नंबर और पते मांगे गए हैं।

    गार्ड की भूमिका

    घटना के समय गार्ड पिनाकी बनर्जी को कमरे से बाहर भेज दिया गया और उसका फोन छीन लिया गया था। CCTV से पता चला कि वह घटना के दौरान कैंपस में ही घूमता रहा, लेकिन उसने न तो पुलिस को कॉल किया और न ही कॉलेज प्रबंधन को बताया।

    अब तक कलकत्ता हाईकोर्ट में इस मामले से जुड़े तीन अलग-अलग याचिकाएं दायर की गई हैं। इनमें कोर्ट से जांच की निगरानी करने और किसी रिटायर्ड जज से जांच करवाने की मांग की गई है। सुप्रीम कोर्ट में भी एक याचिका दाखिल की गई है।

    कॉलेज प्रशासन की कार्रवाई

    घटना के बाद कॉलेज प्रशासन ने कक्षाएं अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी हैं। अनुबंध पर कार्यरत मनोजित मिश्रा को नौकरी से निकाल दिया गया है और ज़ैब अहमद व प्रमित मुखर्जी को निष्कासित कर दिया गया है। यह निर्णय राज्य शिक्षा विभाग के निर्देश पर लिया गया।