कोलकाता: विरोध प्रदर्शन में बीएलओ और पुलिस के बीच हिंसक झड़प
कोलकाता में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) और पुलिस के बीच झड़प हो गई। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई, जिससे स्थि ...और पढ़ें

बीएलओ का प्रदर्शन। (एएनआइ)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। टीएमसी के प्रति झुकाव रखने वाली बीएलओ अधिकार रक्षा समिति से संबद्ध लगभग 400 प्रदर्शनकारियों ने बूथ स्तर के अधिकारियों (बीएलओ) पर काम के दबाव को लेकर सोमवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया तथा पुलिस से उनकी झड़प भी हुई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस अवरोधक पर चढ़ने और सीईओ कार्यालय के मुख्य द्वार की ओर बढ़ने की कोशिश की। हालांकि, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किये गए थे।
मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) प्रक्रिया के दौरान बंगाल में बीएलओ पर कथित तौर पर काम का दबाव बढ़ने और दिशानिर्देशों में बार-बार होने वाले बदलावों को लेकर प्रदर्शनकारी सीईओ मनोज अग्रवाल को अपनी शिकायतें देना चाहते थे। पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोका, जिसके चलते झड़प हुई और कुछ प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश में पुलिस का एक अधिकारी घायल हो गया, जबकि प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि एक महिला प्रदर्शनकारी से पुलिस ने मारपीट की। प्रदर्शनकारियों में से एक स्वप्ना मंडल ने कहा, ‘हर दिन नए नियम और दिशानिर्देश जारी किए जा रहे हैं। हमने गणना प्रपत्रों के डिजिटलीकरण को पूरा करने के लिए रात भर काम किया। अब प्रपत्र छह और प्रपत्र सात के अनुलग्नकों से संबंधित नए नियम लागू किए जा रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘हमें कक्षाओं में बच्चों को पढ़ाना होगा क्योंकि अगले साल की परीक्षा कार्यक्रम में बदलाव नहीं किया जा सकता। हमारे स्कूल प्रबंधन ने हमें एसआइआर प्रक्रिया के लिए कोई छूट नहीं दी है। आयोग अपने कर्मचारियों को इस काम के लिए नियुक्त क्यूं नहीं कर सकता?’ एसआइआर प्रक्रिया के दौरान चार बीएलओ की मौत हो गई थी और कई लोग इस दौरान बीमार पड़ गए थे।
(समाचार एजेंसी एएनआइ के इनपुट के साथ)

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