दसवीं का टॉपर कैसे बना IM का खूंखार आतंकी, जानिए बुरहान वानी की पूरी कहानी
बुरहान 15 साल की उम्र में ही इंडियन मुजाहिद्दीन से जुड़ गया था और 21 साल की उम्र में उसका एनकाउंटर हुआ। बीच के 6 सालों में उसने कई आतंकी घटनाओँ को अंजाम दिया
श्रीनगर। शुक्रवार को सुरक्षाबलों ने इंडियन मुजाहिद्दीन के पोस्टर ब्वॉय बुरहान मुजफ्फर वानी को अंनतनाग जिले के कोकरनाग इलाके में मार गिराया। उसके साथ दो और आतंकी भी मारे गए। बुरहान वानी पर दस लाख रूपये का इनाम था। साल 2010 तक बुरहान वानी त्राल में रहता था. पढ़ने में इतना अच्छा था कि दसवीं की परीक्षा में वो क्लास टॉपर बना। उसके पिता अध्यापक थे और भाई आतंकी जिसे वो जिहादी कहते थे। भाई की मौत के बाद बुरहान इंडियन मुजाहिद्दीन से जुड़ गया।
बुरहान सोशल नेटवर्किंग साइट के जरिए कश्मीर के नौजवानों को भड़काकर आतंकी बनने के लिए उकसाता था। वो समय समय पर कई वीडियो भी इंटरनेट पर डालता था जिसमें वो कभी क्रिकेट खेलता हुआ नजर आता था तो कभी सुरक्षाबलों को धमकाता हुआ नजर आता था।
बुरहान 15 साल की उम्र में ही इंडियन मुजाहिद्दीन से जुड़ गया था और 21 साल की उम्र में उसका एनकाउंटर हुआ। बीच के 6 सालों में उसने कई आतंकी घटनाओँ को अंजाम दिया लेकिन वो इतना शातिर था कि कभी सुरक्षाबलों के हाथ नहीं लगा।
शुक्रवार को आखिरकार सुरक्षाबलों को पुख्ता जानकारी मिली और सुरक्षाबलों ने उसे एनकाउंटर में मार गिराया लेकिन मरने के बाद भी बुरहान वानी की वजह से घाटी में भारी तनाव का माहौल है। हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने बुरहान वानी की मौत के बाद तीन दिन तक कश्मीर बंद का एलान किया है। मोबाइल इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी गई है। बारामुला काजी गुंड के बीच ट्रेनें भी रद्द कर दी गई है। अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज और यासीन मलिक जैसे नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है। अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
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