13 साल की उम्र में 120 भाषाओं में गाना गाती है ये बच्ची, ग्लोबल चाइल्ड प्रॉडिगी अवार्डस के लिए हुआ चुनाव
शायद ही किसी को 120 भाषाओं को ज्ञान हो। 13 साल की सुचेता सतीश की जिन्हें गत शुक्रवार को ग्लोबल चाइल्ड प्रॉडिगी अवार्डस 2020 के लिए चुना गया है। ...और पढ़ें

नई दिल्ली, एजेंसी। अगर किसी से 120 भाषाओं के बारे में पूछ लिया जाए तो शायद ही कोई हो जो इनके नाम गिना सके, लेकिन भारत की एक बेटी ऐसी भी है जो इतनी भाषाओं में गाने गाती है। हम बात कर रहे हैं 13 साल की सुचेता सतीश की, जिन्हें गत शुक्रवार को ग्लोबल चाइल्ड प्रॉडिगी अवार्डस 2020 के लिए चुना गया है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दुबई शहर में रहने वाली सुचेता की जड़ें केरल से जुड़ी हैं। उनकी इस अद्भुत प्रतिभा के लिए उन्हें इस पुरस्कार के लिए चुना गया है।सुचेता के मुताबिक, उन्हें उनके दो कीर्तिमानों की वजह से इस पुरस्कार के लिए चुना गया है।
पहला वह जिसमें उन्होंने एक कंसर्ट में सर्वाधिक भाषाओं में गाने का कीर्तिमान बनाया था और दूसरा, जिसमें सबसे लंबे समय तक सीधे प्रसारण में गीत गाए थे।विश्व पटल पर सुचेता सुर्खियों में तब आई थीं, जब उन्होंने दुबई स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास में 102 भाषाओं में लगातार छह घंटा 15 मिनट तक गाकर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्डस में अपना नाम दर्ज कराया था। यही कीर्तिमान उनके इस सम्मान का आधार बना। दुबई के इंडियन हाई स्कूल में पढ़ रही सुचेता को उनके स्कूल में स्वर कोकिला कहकर बुलाया जाता है।
ऐसे हुई शुरुआत: कहते हैं, बालमन पर अगर किसी चीज की छाप पड़ जाए तो कई बार वह इतनी गहरी होती है कि जिंदगी ही बदल देती है। कुछ ऐसा ही सुचेता के साथ हुआ। एक दिन सुचेता के पिता टीसी सतीश एक मित्र उनके घर आए और उन्होंने जापानी में एक गीत गया। वह सुचेता को इतना पसंद आया कि उन्होंने भी उसका रियाज शुरू कर दिया। शुरुआत में उन्होंने जापानी और अरबी में गीत गाने शुरू किए।
स्कूल में अरबी भी सीख रही
चूंकि वह स्कूल में अरबी भी पढ़ रही थीं, इसलिए उनके लिए इस भाषा में गाना आसान था, लेकिन इसके बाद जो सिलसिला शुरू हुआ वह अभी तक जारी है। फिर अंग्रेजी, डच, जर्मन, हिब्रू, गुजराती, हरियाणवी, भोजपुरी, असमिया, मंदारिन, मंगोलियन, फारसी, पंजाबी, तमिल, तेलुगु, उर्दू, ग्रीक.. सहित 120 भाषाओं में गीत आसानी से गाने लगीं।इतने समय में एक गाना याद : सुचेता की स्मरणशक्ति ऐसी है कि गाना किसी भी भाषा का हो, उन्हें आधे घंटे से दो घंटे के बीच याद हो ही जाता है। यह समय इस पर निर्भर करता है कि गाना कितना लंबा है। सुचेता ने हाल ही में मलयालम सुपरस्टार मम्मूटी और अभिनेता उन्नी मुकुंदन की उपस्थिति में अपना दूसरा अलबम ‘या हबीबी’ जारी किया।
ग्लोबल चाइल्ड प्रॉडिगी अवार्डस 2020 के लिए हुए चुनाव
अगर किसी चीज की लगन लग जाए तो छोटी सी उम्र में भी मुश्किल से मुश्किल और बड़े से बड़े काम आसानी से किए जा सकते हैं। इस बात को चरितार्थ कर दिखाया है सुचेता सतीश ने, जिनकी उम्र तो मात्र 13 साल है, लेकिन वह 120 भाषाओं में गीत गा सकती हैं। उनकी इसी प्रतिभा के चलते उन्हें ग्लोबल चाइल्ड प्रॉडिगी अवार्डस 2020 के लिए चुना गया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।