छिंदवाड़ा में किडनी फेल होने से दो और बच्चों ने तोड़ा दम, अबतक 9 की मौत
छिंदवाड़ा जिले में बच्चों में किडनी फेलियर से होने वाली मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले एक महीने में 9 बच्चों की जान जा चुकी है जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। प्रशासन द्वारा 1400 बच्चों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है और रोजाना 120 बच्चों की स्क्रीनिंग की जा रही है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। छिंदवाड़ा जिले में बच्चों में किडनी फेलियर से हो रही मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है, क्योंकि पिछले लगभग 30 दिनों में यह आंकड़ा बढ़कर 9 तक पहुंच गया है। जानकारी के अनुसार, बुधवार को भी इलाज के दौरान नागपुर में एक बच्चे की मौत हो गई, जिसके बाद कुल मौतों की संख्या 9 हो गई है।
दरअसल, किडनी फेलियर से बच्चों की मौत का सिलसिला 4 सितंबर को पहली मौत के साथ शुरू हुआ था और एक महीने के भीतर यह 9 पर पहुंच गया। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा और प्रशासन लगातार सक्रिय हैं।
प्रतिदिन 120 बच्चों की हो रही स्क्रीनिंग
परासिया एसडीएम सौरभ कुमार यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रशासन द्वारा अब तक 1,400 बच्चों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है, और यह स्क्रीनिंग अभियान जारी है। वर्तमान में रोजाना 120 बच्चों की स्क्रीनिंग की जा रही है, ताकि संभावित मामलों की जल्द पहचान कर उनका इलाज किया जा सके।
फिलहाल स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन इस बीमारी के मूल कारण का पता लगाने और प्रभावित बच्चों को उचित उपचार देने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास कर रहा है।
जानिए क्या बोले छिंदवाड़ा कलेक्टर
इस पूरे मामले को लेकर छिंदवाड़ा के कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह का कहना है कि जांच करा रहे हैं कि बच्चों को उनके अभिभावकों ने किससे दवा दिलाई थी। अगर किसी झोलाछाप से दवा दिलाई होगी तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। फिहाल किडनी संक्रमण की वजह पता करने के लिए पानी की भी जांच कराई जा रही है।
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