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    AI ने सुलझा दिया 19 साल पुराना ट्रिपल मर्डर केस, ऐसे पकड़े गए महिला और उसके बच्चों की हत्या करने वाले आरोपी

    Updated: Fri, 10 Jan 2025 11:13 AM (IST)

    Kerala Triple Murder 2006 केरल के कोल्लम इलाके में साल 2006 में एक महिला और उसकी 17 दिन की जुड़वा बेटियों की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में शामिल ...और पढ़ें

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    Kerala Triple Murder 2006: AI ने सुलझाई 19 साल पुरानी मर्डर मिस्ट्री (फोटो- @SiddharthKG7)

    डिजिटल डेस्क, तिरुवनंतपुरम। Kerala Triple Murder: केरल के कोल्लम इलाके में साल 2006 में एक महिला और उसकी 17 दिन की जुड़वा बेटियों की हत्या कर दी गई थी। स्थानीय पंचायत कार्यालय से लौटी संतम्मा ने अपनी बेटी रंजिनी को अपने 17 दिन के जुड़वाँ बच्चों के साथ खून से लथपथ पाया। तीनों का गला कटा हुआ था। 19 साल बाद इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है।

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    गिरफ्तारी के बाद आरोपियों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

    AI टेक्नोलॉजी की मदद से गिरफ्तारी हुए आरोपी

    बेशक इस केस को सुलझाने में 19 साल लगे लेकिन जिस तरह से हत्याकांड के इस मामले को सुलझाया गया है, वो वाकई हैरान कर देने वाला है। इस केस को AI तकनीक से सुलझाया गया है।

    केरल पुलिस ने जांच शुरू की और पठानकोट सैन्य अड्डे पर तैनात दो सैन्यकर्मियों - दिव्य कुमार और राजेश - पर ध्यान केंद्रित किया। लेकिन पुलिस उन्हें ढूंढ पाने में विफल रही।

    अब, इस जघन्य हत्या के 19 वर्ष बाद, केरल पुलिस ने इस मामले को सफलतापूर्वक सुलझा लिया है और दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है और यह सब AI प्रौद्योगिकी की बदौलत संभव हुआ है।

    2006 में क्या हुआ था?

    पुलिस ने बताया कि रंजिनी और दिविल, जो एक ही गांव के निवासी थे, के बीच संबंध थे, लेकिन जब वह गर्भवती हो गई, तो दिविल ने खुद को उससे दूर कर लिया और पठानकोट में रहने लगा।

    जनवरी 2006 में रंजिनी ने जुड़वां बेटियों को जन्म दिया, जिसके बाद राजेश ने खुद को ‘अनिल कुमार’ बताकर रंजिनी से दोस्ती की और उसे सहारा देने की पेशकश की। उसे पता नहीं था कि राजेश और दिविल, जो सेना में पूर्व सहकर्मी थे, ने उसकी हत्या की साजिश रची।

    डिविल को सजा दिलाने के लिए कृतसंकल्प रंजिनी ने राज्य महिला आयोग से एक आदेश प्राप्त किया, जिसमें डिविल को अपने पितृत्व को साबित करने के लिए डीएनए परीक्षण कराने के लिए बाध्य किया गया।

    यहीं पर दोनों ने हमला करने का फैसला किया। राजेश ने रंजिनी की मां को किसी सरकारी काम से स्थानीय पंचायत कार्यालय जाने के लिए राजी किया और जब वह वहां नहीं थी, तो उसने अपनी बेटी और उसके नवजात जुड़वा बच्चों की बेरहमी से हत्या कर दी।

    घटनास्थल पर मिले दोपहिया वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर से पुलिस पठानकोट के एक सैन्य शिविर तक पहुंची, लेकिन आरोपी पहले ही भाग चुके थे।

    AI और तस्वीरों ने की हत्याकांड सुलझाने में मदद

    2023 में, केरल पुलिस की तकनीकी खुफिया शाखा (Technical Intelligence Wing) ने मामलों की फिर से जांच करने के लिए AI टेक्नोलॉजी (artificial intelligence) का उपयोग करना शुरू किया। रंजिनी के हत्यारों का पता लगाने की कोशिश करते हुए, उन्होंने दो आरोपियों की पुरानी तस्वीरों को बेहतर बनाया ताकि यह अनुमान लगाया जा सके कि 19 साल बाद वे कैसे दिखेंगे। फिर इन तस्वीरों की तुलना सोशल मीडिया पर मौजूद तस्वीरों से की गई।

    इंटीरियर डिजाइनर के रूप में आरोपी कर रहे थे काम

    सोशल मीडिया पर छानबीन करने के बाद, एक शादी की तस्वीर से सफलता मिली। यह तस्वीर संदिग्ध राजेश से 90% मिलती-जुलती थी, जो पुडुचेरी में था। उसकी मदद से पुलिस ने दूसरे संदिग्ध, दिविल का भी पता लगाया।

    दोनों लोगों को अपराध के करीब 20 साल बाद 4 जनवरी को पुडुचेरी में सीबीआई ने गिरफ्तार किया। पिछले दो दशकों में, उन्होंने नई पहचान बना ली थी और इंटीरियर डिजाइनर, विष्णु और प्रवीण कुमार के रूप में काम कर रहे थे।

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