Kerala: केरल के बैंक बन रहे एनआरआई जमा की पहली पसंद, साल-दर- साल बढ़ रही राशि
केरल के बैंकों में NRI ग्राहकों की संख्या ज्यादा है। यही वजह है कि केरल के कई बैंक NRI कस्टमर्स को अपनी ओर आकर्षित करने में लगे हैं।राज्य में अपनी सेवा दे रहे बैंक ग्राहक संबंध को गहरा करने के लिए खाड़ी देशों में अपने परिचालन को मजबूत कर रहे हैं। सैलरी पाने वाले एनआरआई को टारगेट करते हुए केरल के साउथ इंडियन बैंक ने एक स्कीम निकाली है।

डिजिटल डेक्स, नई दिल्ली: केरल के कई बैंकों में NRI ग्राहकों की संख्या काफी ज्यादा है। इस वजह से यहां पर अपनी सेवा दे रहे बैंक एनआरआई ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कुछ ना कुछ खास योजना बनाते रहते हैं। सभी बैंक केरल राज्य में अपने परिचालन को बढ़ाने की कोशिश में लगे हैं। केरल को एनआरआई जमा और प्रेषण का केंद्र माना जाता है। इस राज्य में अपनी सेवा दे रहे बैंक ग्राहक संबंध को गहरा करने के लिए खाड़ी देशों में अपने परिचालन को मजबूत कर रहे हैं।
इस कड़ी में तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक (TMB) ने पश्चिम एशिया के साथ-साथ सिंगापुर और मलेशिया में ग्राहकों तक पहुंचने के उद्देश्य से कोच्चि में एक वैश्विक एनआरआई केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है।
NRI कस्टमर्स को लुभाने में लगे बैंक
बता दें कि तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक (TMB) के प्रबंधक निदेशक सली नायर ने इस संबंध में कहा, "हम NRI ग्राहकों पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। बैंक में NRI जमा खंड कुल जमा का लगभग 4% योगदान दे रहा है और हमें इसे 10% से अधिक तक बढ़ाने की उम्मीद है।"
वहीं, केरल के त्रिशूर स्थित सीएसबी बैंक ने यूएई में एक प्रतिनिधि कार्यालय का प्रस्ताव दिया है। इसको अलग से एक वैश्विक प्रेषण मंच स्थापित करने की भी योजना बनाने की कोशिश में लगा है। बैंक ने सितंबर माह में कोझिकोड अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक समर्पित एनआरआई शाखा खोली। इस शाख के माध्यम से यात्रियों को लुभाने की कोशिश की गई है। इस शाखा में ग्राहकों को लुभाने के लिए चौबीसों घंटे लाउंज की सुविधा है।
बैंक के अधिकारियों ने बताया कि एनआरआई यातायात के लिए कोझिकोड केरल के शीर्ष तीन हवाई अड्डों में से एक है। यही वजह है कि इस लोकेशन का चयन किया गया है। वहीं, सैलरी पाने वाले एनआरआई को टारगेट करते हुए केरल के साउथ इंडियन बैंक ने एक स्कीम निकाली है। जिसका नाम NRI-SAGA है।
दरअसल, भारत विदेशों से जमा और प्रेषण के लिए सबसे महत्वपूर्ण बाजार है। यहां पर राज्य के प्रत्येक घर को प्रतिवर्ष अनुमानित 2.2 लाख रुपये के आस-पास मिलते हैं। अगर राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की रिपोर्ट पर नजर डालें तो इस साल जून के अंत में एनआरआई जमा का आकार साल-दर-साल 11% बढ़कर 2.74 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 2.47 लाख करोड़ रुपये था। इससे भी खास है कि बेंगलुरु मुख्यालय वाले केनरा बैंक का एर्नाकुलम में एक एनआरआई प्रोसेसिंग हब है।
NRI Meet कराने की तैयारी में बैंक
प्रबंध निदेशक के. सत्यनारायण राजू ने कहा, "हम ओणम, क्रिसमस और ईद जैसे त्यौहारों के मौसम में एनआरआई मीट करने की तैयारी में है। इसका मुख्य उद्देश्य एनआरआई उपभोक्ताओं को आकर्षित करना है। केरल सरकार के एक विभाग ने नोरका रूट्स के साथ हमारा नियमित संपर्क है।"
बताया जा रहा है कि राज्य में स्थापित सभी बैंक केरल के बाजार पर ध्यान केंद्रित रखना चाहते हैं। इस संबंध में स्मॉल फाइनेंस बैंक के प्रबंध निदेशक के. पॉल थॉमस ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में एनआरआई व्यवसाय के लिए हमारा प्राथमिक बाजार केरल रहा है। जबकि हम केरल के बाजार पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखते हैं, हम केरल के बाहर के बाजारों जैसे महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, दिल्ली और हैदराबाद से अधिक जमा जुटाने पर भी अपने प्रयासों को केंद्रित कर रहे हैं।
इसी के साथ केनरा बैंक का कहना है कि वह शारजाह में प्रतिनिधि कार्यालयों और लंदन और न्यूयॉर्क में शाखाओं के माध्यम से एनआरआई व्यवसाय प्राप्त कर रहा है। इसने प्रेषण की सुविधा के लिए मध्य पूर्व में एक्सचेंज हाउस के साथ भी व्यवस्था की है।
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