केरल में पांच साल पहले महिला को मारा, जेल से वापस लौटा तो पति और सास को मार डाला; कोर्ट से आरोपी ने कही ये बात
केरल में एक हत्यारे ने पांच साल पहले एक महिला की हत्या की। इस मामले में जेल चला गया। जमानत पर रिहा होने के बाद उसने महिला के पति और उसकी सास की भी चाकुओं से बुरी तरह गोदकर हत्या कर दी। आरोपी चेंथमारा ने अलाथुर प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत से कहा कि उसने जो अपराध किया है उसके लिए उसे 100 साल की सजा दी जानी चाहिए।
आइएएनएस, पलक्कड। केरल के पलक्कड की एक अदालत से बुधवार को तीन लोगों की हत्या के आरोपित 58 वर्षीय चेंथमारा ने 100 साल जेल की सजा देने की मांग की। यह बात उन्होंने तब कही जब पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया।
जैसे ही अदालत ने कार्यवाही शुरू की, चेंथमारा ने कहा कि मैं अपनी बेटी और उसके पति के सामने अपना चेहरा नहीं दिखा सकता। जब कोर्ट ने उनसे पूछा कि क्या उनके शरीर पर कोई चोट है तो उन्होंने कहा कि नहीं, कोई चोट नहीं है। कोर्ट ने आरोपित को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
पहले पड़ोसी की पत्नी की हत्या की बाद दो और हत्याएं कर दी
चेंथमारा के चेहरे पर इस अपराध के लिए कोई पछतावा नहीं दिख रहा है। अपने पड़ोसी सुधाकरन की पत्नी की हत्या के मामले में जमानत पर बाहर आए चेंथमारा ने मंगलवार को 54 वर्षीय सुधाकरन और 78 वर्षीय उनकी मां लक्ष्मी की चाकू मारकर हत्या कर दी।
सुधाकरन के बच्चों ने आरोपित को मौत की सजा देने की मांग की। मृतक के बच्चे अखिल और अतुल्य ने कहा कि चेंथमारा ने 2019 में हमारी मां की हत्या कर दी और जेल में था। फिर वह बाहर आया और हमारे पिता और दादी की हत्या कर दी।
लोगों ने आरोपी पर कर दिया हमला
उसे अब गिरफ्तार कर लिया गया है और फिर से उसे जेल में डाल दिया जाएगा, कुछ साल बाद रिहा किया जाएगा और फिर से वह लोगों को मारेगा। इस घटना से आक्रोशित लोग आरोपित पर हमला करना चाहते थे, पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए मिर्च स्प्रे और लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया।
इस वजह से की हत्याएं
जिला पुलिस प्रमुख वी. अजीत कुमार ने बुधवार को कोर्ट में कहा कि चेंथमारा के मन में सुधाकरन के परिवार के प्रति दुश्मनी थी और उसने हत्या की योजना बनाई थी। आगे कुमार ने कहा, उसका मानना था कि सुधाकरन का परिवार उसकी पत्नी के अलगाव के लिए जिम्मेदार था। उन्होंने कहा कि चेंथमारा का मानना था कि उसके पास बाघ की शक्ति है और हत्या की योजना बनाते समय उसने छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दिया।
चेंथमारा ने जमानत हासिल करने के बाद कोझिकोड में एक खदान में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम किया था और जब उसकी नौकरी छूट गई तो वह नेनमारा लौट आया। कुमार ने कहा कि चेंथमारा एक महीने तक उनके घर में रहे, और यह स्पष्ट नहीं है कि किसी और ने उनकी मदद की थी या नहीं।
हत्या करने के बाद पहड़ियों पर भाग गया था आरोपी
दोहरी हत्या करने के बाद, चेंथमारा पोथुंडी पहाड़ियों में भाग गया। कुमार ने कहा कि चेंथमारा को पहाड़ी क्षेत्र का बेहतर ज्ञान था और वह पुलिस को देखते हुए एक दिन से अधिक समय तक वहां रहे। मंगलवार शाम को भूख लगने पर वह पहाड़ी से नीचे आया और गिरफ्तार कर लिया गया। कुमार ने कहा कि पुलिस ने आरोपी की सुरक्षा सुनिश्चित की।
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