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    12 वर्षीय बच्चे के संपर्क में रहे अब तक 61 लोगों का निपाह टेस्ट आया नेगेटिव: केरल स्वास्थ्य मंत्री

    By Nitin AroraEdited By:
    Updated: Thu, 09 Sep 2021 10:47 AM (IST)

    12 वर्षीय बच्चे के निकट संपर्क में आए 61 लोगों के टेस्ट परिणाम अब तक नकारात्मक रहे हैं। इस संबंध में और नमूनों का परीक्षण किया जाएगा। यह वायरस संक्रमित चमगादड़ों और सूअर के संपर्क में आने से फैलता है।

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    12 वर्षीय बच्चे के संपर्क में रहे अब तक 61 लोगों का निपाह टेस्ट आया नेगेटिव: केरल स्वास्थ्य मंत्री

    कोझिकोड, पीटीआइ। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने गुरुवार को कहा कि निपाह के कारण दम तोड़ने वाले 12 वर्षीय बच्चे के निकट संपर्क में आए 61 लोगों के टेस्ट परिणाम अब तक नकारात्मक रहे हैं। एक प्रेस विज्ञप्ति में, मंत्री ने कहा कि संपर्क सूची में 15 और व्यक्तियों के नमूने नकारात्मक आए हैं। अब तक संपर्क में आए कुल 61 लोगों के टेस्ट किोए गए, जो नेगेटिव ही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दिन के दौरान और नमूनों का परीक्षण किया जाएगा और वर्तमान में 64 व्यक्तियों को कोझीकोड मेडिकल कालेज में निगरानी में रखा गया है और उनका स्वास्थ्य स्थिर है। बुधवार के दिन शाम तक नकारात्मक परीक्षण करने वालों की कुल संख्या 46 रही।

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    केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले हफ्ते बताया था कि कोझीकोड जिले में निपाह वायरस के संक्रमण से 12 वर्षीय एक बच्चे की मौत के बाद केंद्र से एक टीम को केरल भेजा गया है। बच्चे के नमूने पुणे नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलाजी को भेजे गए थे, जिसमें निपाह वायरस की उपस्थिति की पुष्टि की गई।

    केंद्र द्वारा कुछ तत्काल सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों की सलाह दी गई है। मंत्रालय ने कहा कि इसमें संदिग्ध को आइसोलेशन में रखना और प्रयोगशाला परीक्षण के लिए नमूनों का संग्रह शामिल है। बता दें कि निपाह वायरस चमगादड़ों की लार से फैलता है। केरल के कोझीकोड और मलप्पुरम जिलों में 2018 में भी निपाह वायरस का प्रकोप देखा गया था। दक्षिण भारत में निपाह वायरस रोग (एनआइवी) का प्रकोप केरल के कोझीकोड जिले में 19 मई, 2018 को दर्ज किया गया था। राज्य में एक जून, 2018 तक 17 मौतें और 18 पुष्ट मामले देखे गए थे।

    बताया गया कि यह वायरस संक्रमित चमगादड़ों और सूअर के संपर्क में आने से फैलता है। मलेशिया में यह सूअर से फैला था वहीं, सिंगापुर में इसका मामला सामने आने की वजह चमगादड़ थी। भारत और बांग्‍लादेश में भी इसकी यही वजह रही है। निपाह वायरस से संक्रमित व्‍यक्ति को बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश होना और उल्‍टी होना, चक्‍कर आना, एटिपिकल निमोनिया होता है।

    निपाह से मुकाबला कर सकती है कोविशील्ड जैसी वैक्सीन

    हाल ही में अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ताओं की टीम ने एक अच्छी जानकारी दी है कि निपाह वायरस में कोविशील्ड जैसी वैक्सीन कारगर हो सकती हैं। विज्ञानियों ने इसका सफल प्रयोग बंदरों पर किया है।