अलग-अलग भवनों में बिखरे मंत्रालय और विभाग अब दिखेंगे 'कर्तव्य भवनों' में, पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन
दिल्ली में बन रहे कर्तव्य पथ के दोनों तरफ के कर्तव्य भवनों में केंद्र सरकार के मंत्रालय और विभाग जल्द ही नजर आएंगे। सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत 10 भवनों का निर्माण होना है जिनमें से कर्तव्य भवन-3 बनकर तैयार है जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री करेंगे। अगले महीने तक कर्तव्य भवन-1 और 2 भी तैयार हो जाएंगे। इन भवनों में तकनीक सुरक्षा और पर्यावरण का ध्यान रखा गया है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली के अलग-अलग भवनों में बिखरे केंद्र सरकार के सभी मंत्रालय व विभाग जल्द ही कर्तव्य पथ के दोनों तरफ बन रहे कर्तव्य भवनों में दिखेंगे। सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत केंद्रीय मंत्रालयों व विभागों के लिए ऐसे कुल दस भवनों का निर्माण होना है।
इनमें से कर्तव्य भवन-3 बनकर तैयार हो गया है, इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी छह अगस्त को दोपहर 12.15 बजे करेंगे। साथ ही वह शाम छह बजे कर्तव्य पथ पर एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करेंगे।
इनमें मंत्रालयों के अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल होंगे।शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को नवनिर्मित कर्तव्य भवन-3 के सभागार में पत्रकारों से चर्चा में बताया कि अगले महीने तक कर्तव्य भवन-1 और कर्तव्य भवन-2 भी बनकर तैयार जाएंगे।
बनाया गया कमांड सीसीटीवी सेंटर
दोनों का काम लगभग अंतिम चरण में है। प्रस्तावित अन्य सात भवन भी अप्रैल 2027 तक बनकर तैयार हो जाएंगे। मंत्रालयों के लिए बनाए जा रहे इन भवनों में तकनीक, सुरक्षा व पर्यावरण अनुकूलता का पूरा ख्याल रखा गया है। पूरे भवन की निगरानी के लिए एक कमांड सीसीटीवी सेंटर भी बनाया गया है,जहां से परिसर व अंदर के गलियारों पर पैनी नजर रखी जाएगी।
खास बात यह है कि केंद्रीय मंत्रालयों व विभागों के लिए नवनिर्मित इन नए भवनों को पहले कामन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट (सीसीएस) नाम दिया गया था। इन कर्तव्य भवनों को मेट्रो लाइन से जोड़ने के लिए इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन से एक नई लाइन बनाने का प्रस्ताव किया गया है।
क्यों बनाया गया आधुनिक भवन
केंद्रीय मंत्री ने एक सवाल के जवाब में बताया कि मंत्रालयों के नए और अत्याधुनिक भवनों को बनाने की जरूरत इसलिए पड़ी, क्योंकि इनके जो मौजूदा भवन है वह 1950 से 1970 के बीच बनाए गए थे। ये सभी पुराने हो गए है, इनका सालाना रखरखाव काफी महंगा हो गया था। गौरतलब है कि मौजूदा समय में केंद्र सरकार के पास करीब 55 मंत्रालय और 93 विभाग मौजूद है। ये अभी नार्थ और साउथ ब्लाक के साथ कृषि भवन, शास्त्री भवन, उद्योग व निर्माण भवन आदि शामिल है।
गृह व विदेश मंत्रालय सहित कुल सात विभाग होंगे कर्तव्य भवन-3 में शिफ्ट
नवनिर्मित कर्तव्य भवन-3 में जिन मंत्रालयों को जगह दी गई है,उनमें गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय, एमएसएमई मंत्रालय, कार्मिक व प्रशिक्षण कार्य मंत्रालय, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय व प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय होंगे।
जबकि अगले महीने तक तैयार होने वाले कर्तव्य भवन-1 में वित्त मंत्रालय स्थानांतरित होगा। इसके लिए वहां एक प्रिंटिंग प्रेस भी स्थापित किया जा रहा है। बजट का प्रकाशन वित्त मंत्रालय अपने खुद के ¨प्र¨टग प्रेस में ही करता है। इसे ध्यान में रखते पहले से जगह दे दी गई है।
नार्थ और साउथ ब्लाक होगा पूरा खाली,बनेगा युगे-युगीन भारत संग्रहालय
कर्तव्य भवनों के तैयार होते ही नार्थ और साउथ ब्लाक में मौजूद सभी मंत्रालयों को वहां से स्थानांतरित कर दिया जाएगा। दोनों ही ब्लाक को खाली कराकर इनमें युगे-युगीन भारत संग्रहालय बनाया जाएगा।
इस दौरान ढांचे के साथ किसी तरह का छेड़छाड़ किए बगैर इसमें महाभारत काल से लेकर देश के आज तक के इतिहास, कला व संस्कृति आदि को प्रदर्शित किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने बताया कि सेंट्रल विस्टा परियोजना का यह काम दिसंबर 2031 तक पूरा कर लिया जाएगा। इनमें ही प्रधानमंत्री के लिए नए आवास व कार्यालय भी बनाए जा रहे है। इसके लिए भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
कर्तव्य भवन-3: एक नजर में
- कुल क्षेत्रफल- 1.50 लाख वर्ग मीटर,
- भूतल क्षेत्रफल- 40 हजार वर्ग मीटर,
- कुल तल- दो भूतल सहित कुल दस तल है। दोनों भूतल सिर्फ पार्किंग के लिए है।
- पार्किंग क्षमता- 600 कारों की।
- बैठने की व्यवस्था- वर्क हाल और केबिन है।
- कॉमन सुविधा- योगा, क्रेच,मेडिकल रूम, कैफे, मल्टीपरपज हाल आदि। 24 मुख्य कांफ्रेंस हाल, क्षमता- प्रत्येक में 45 व्यक्तियों के बैठने की।
- 26 छोटे कांफ्रेंस हाल, क्षमता-प्रत्येक में 25 व्यक्तियों के बैठने की।
- 67 मीटिंग रूम या वर्क हाल, प्रत्येक की क्षमता नौ लोगों की
- लिफ्ट- 27, सेंट्रलाइज एयर कंडीशन, स्वचालित सीढियां- दो
जल्द ही टूटेंगे कृषि, उद्योग, निर्माण और शास्त्री भवन
सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत जल्द ही कृषि भवन, उद्योग भवन, शास्त्री भवन और निर्माण भवन टूटेंगे। इनमें मौजूद सभी मंत्रालयों को खाली कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इन दौरान कुछ मंत्रालय अगले दो साल के लिए किराए भवन में भी शिफ्ट हो रहे है। माना जा रहा है कि जैसे ही नए कर्तव्य भवनों का निर्माण होगा, वैसे-वैसे इन सभी मंत्रालयों और विभागों को इनमें शिफ्ट किया जाएगा।
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