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    कर्नाटक सरकार ने पाठ्यक्रम से टीपू सुल्तान और हैदर अली का चैप्टर हटाया, शुरू हुआ विवाद

    By Pooja SinghEdited By:
    Updated: Tue, 28 Jul 2020 02:46 PM (IST)

    कर्नाटक सरकार ने स्टेट बोर्ड स्कूलों के पाठ्यक्रम से टीपू सुल्तान और हैदर अली का चैप्टर हटा दिया है। इसके बाद राज्य में विवाद शुरू हो गया है।

    कर्नाटक सरकार ने पाठ्यक्रम से टीपू सुल्तान और हैदर अली का चैप्टर हटाया, शुरू हुआ विवाद

    बेंगलुरु,एएनआइ। कर्नाटक सरकार ने स्टेट बोर्ड स्कूलों का पाठ्यक्रम कम किया है। इस पाठ्यक्रम को 120 दिनों के वर्किंग दिनों के हिसाब से तैयार किया है। ऐसे में इसे 30 फीसद तक घटाया गया है। इस पाठ्यक्रम से टीपू सुल्तान और हैदर अली का चैप्टर हटा दिया गया है। सोमवार को कर्नाटक टेक्स्ट बुक सोसायटी की वेबसाइट पर नया पाठ्यक्रम अपलोड किया जाएगा।

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    220 दिनों का पाठ्यक्रम घटकर 120 दिनों का बनाया गया

    राज्य सरकार ने 220 दिनों के पाठ्यक्रम को घटाकर 120 दिन का किया है। अब टीपू सुल्तान को पाठ्यक्रम से हटाने पर विवाद शुरू हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि विशेषज्ञों ने विषय की महत्ता के हिसाब से पाठ्यक्रम को तैयार किया गया है। 

    भाजपा ने पाठ्यक्रम से टीपू सुल्तान चैप्टर हटाने का किया था एलान 

    बता दें कि कर्नाटक में जब भारतीय जनता पार्टी आई थी तो यह घोषणा की गई थी कि पाठ्यक्रम से टीपू सुल्तान का चैप्टर हटाया जाएगा। अब कोरोना काल में 30 फीसद पाठ्यक्रम घटाने पर टीपू सुल्तान और हैदर अली कै चैप्टर काट दिया गया है। इसके बाद से सभी तरफ से सरकार की आलोचना शुरू हो गई है।

    नए पाठ्यक्रम को पीपीटी द्वारा बताया गया

    बता दें कि कक्षा 7 की किताब में हैदर अली और टीपू सुल्तान का चैप्टर शामिल था, लेकिन अब वेबसाइट पर अपलोड किए गए नए पाठ्यक्रम से दोनों चैप्टर गायब हैं। नए पाठ्यक्रम में पीपीटी के जरिए विषयों को बताया गया है। वहीं चैप्टर-5 से मैसूर के वाडियार हटा दिया गया है। 

    केटीबीएस के निर्देशक ने दी सफाई

    इस मामले में केटीबीएस के निर्देशक मेड ग्वाडा ने कहा कि हमने हैदर अली और टीपू सुल्तान के चैप्टर हटा दिया गया है। पाठ्यक्रम में जो बदलाव किए गए हैं वह वे विशेषज्ञों ने किए हैं। हम विशेषज्ञों के काम में हस्तक्षेप नहीं कर सकते हैं। यहां तक कि हम उनके काम में कोई विशेष टिप्पणी या सुझाव भी नहीं दे सकते हैं।