Karnataka Flood: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बाढ़ की समीक्षा, नुकसान का आकलन करने के बाद मांगेंगे केंद्रीय सहायता
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा राज्य में पीएम आवास योजना के तहत करीब 18 लाख घर बन रहे हैं। निचले इलाकों में रहने वालों के लिए घर बनाने को प्राथमिकता दी जाएगी। सरकार ने बचाव और राहत के उपाय किए हैं।
हुबली, एजेंसियां। कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ के बाद, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शनिवार को कहा कि राज्य नुकसान पर विस्तृत रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद केंद्र सरकार से वित्तीय सहायता मांगेगा। यहां के हालात का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री ने इस बारे में पत्रकारों को जानकारी दी। उन्होंने कहा, "भारी बारिश और बाढ़ के मद्देनजर, राज्य नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद केंद्र सरकार से वित्तीय सहायता मांगेगा। राज्य भर में रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण, कई घर गिर गए हैं या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, किसानों को नुकसान हुआ है। भारी फसल का नुकसान हुआ है और कुछ क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है। सरकार ने बचाव और राहत के उपाय किए हैं और क्षतिग्रस्त घरों के लिए मुआवजे का वितरण कर रही है।"
मुख्यमंत्री ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने का आग्रह किया।
पीएम आवास योजना के तहत करीब 18 लाख घर बन रहे
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा, राज्य में पीएम आवास योजना के तहत करीब 18 लाख घर बन रहे हैं। निचले इलाकों में रहने वालों के लिए घर बनाने को प्राथमिकता दी जाएगी। हुबली हवाई अड्डे पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, बोम्मई ने कहा, "विभिन्न योजनाओं के तहत घर बनाए जा रहे हैं। पिछली सरकार के दौरान तकनीकी गलतियों के कारण 18 लाख घरों का आवंटन रुका हुआ था। अब इसे ठीक करके अपलोड किया जा रहा है। "अधिकांश मंत्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं। बीदर, बेलगावी और रायचूर जिलों से रिपोर्ट प्राप्त हुई है। आवश्यक आदेश जारी किए गए हैं। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि पानी के मामले में नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करें। बोम्मई ने कहा, "घर गिरने के मामले में 10,000 रुपये का तत्काल मुआवजा दिया गया है। घरों को नुकसान की सीमा के आधार पर 5 लाख रुपये, 3 लाख रुपये और 50,000 रुपये का मुआवजा दिया जा रहा है।
इस बीच, कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग वेक्टर जनित और जल जनित बीमारियों के प्रकोप को रोकने के लिए एक कार्य योजना लेकर आया है। विभाग ने गुरुवार को कहा कि भारी बारिश के कारण मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, जापानी इंसेफेलाइटिस और लिम्फेटिक फाइलेरिया के मामलों में वृद्धि की सूचना है। विभाग ने कहा कि कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डाक्टर सुधाकर के ने पिछले सप्ताह वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता की थी और जिला प्रशासन से नियमित अपडेट मांगा था। जिला प्रशासन को स्थिति से जल्द से जल्द निपटने के लिए तैयारियां सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।