'धार्मिक आयोजन में मुस्लिम को क्यों बुलाया...', मैसूरु दशहरा कार्यक्रम में बानू मुश्ताक को बुलाने पर भड़की बीजेपी
कर्नाटक में मशहूर लेखिका बानू मुश्ताक को दशहरा कार्यक्रम में बुलाने पर विवाद हो गया है। सिद्दरमैया सरकार के इस फैसले पर भाजपा नेता प्रताप सिम्हा ने सवाल उठाए हैं कि एक हिंदू धार्मिक आयोजन में मुस्लिम लेखिका को क्यों बुलाया जा रहा है। उन्होंने पूछा कि क्या बानू मुश्ताक को देवी चामुंडेश्वरी में आस्था है और क्या वे हमारी परंपराओं का पालन कर रही हैं।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जानी-मानी लेखिका बानू मुश्ताक को दशहरा के कार्यक्रम में बुलाए जाने को लेकर कर्नाटक में विवाद खड़ा हो गया है।
सिद्दरमैया सरकार ने हाल ही में यह घोषणा की थी कि इस साल मैसूरु में दशहरा समारोह के उद्घाटन के लिए बुकर पुरस्कार विजेता लेखिका बानू मुश्ताक को आमंत्रण भेजा गया है। उनके इस एलान के बाद भाजपा भड़क उठी है।
धर्म को लेकर उठाए सवाल
भाजपा नेता प्रताप सिम्हा ने सवाल उठाए हैं कि एक धार्मिक आयोजन में मुस्लिम को क्यों बुलाया जा रहा है।
सिम्हा ने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से बानू मुश्ताक का सम्मान करता हूं। जब वह अखिल भारत कन्नड़ साहित्य सम्मेलन की अध्यक्षता करती हैं तो यह स्वीकार्य है, लेकिन दशहरा, जो एक हिंदू धार्मिक आयोजन है और जिसकी शुरुआत देवी चामुंडेश्वरी की पूजा से होती है, स्वीकार्य नहीं है। क्या उन्हें चामुंडेश्वरी देवी में आस्था है? क्या वह हमारी परंपराओं का पालन कर रही हैं?
सीएम सिद्दरमैया ने किया था एलान
इससे पहले मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने शुक्रवार को बताया था कि कार्यक्रम के लिए लेखिका को न्योता भेजा जाएगा। उन्होंने कहा था कि कर्नाटक के हासन की लेखिका बानू मुश्ताक इस साल विश्व प्रसिद्ध दशहरा महोत्सव का उद्घाटन करेंगी। उत्सव 22 सितंबर से शुरू होगा और विजयदशमी 11वें दिन दो अक्टूबर को मनाई जाएगी।
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