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    कांवड़ यात्रा के दौरान पुराने और असंबंधित वीडियो वायरल, पाकिस्तान का वीडियो भी भारत का बताकर किया शेयर

    Updated: Wed, 23 Jul 2025 08:05 PM (IST)

    सावन में कांवड़ यात्रा के दौरान उपद्रवी तत्वों द्वारा हिंसा और तोड़फोड़ की घटनाओं के बीच सोशल मीडिया पर पुराने और असंबंधित वीडियो वायरल किए गए। पाकिस्तान के एक हत्याकांड के वीडियो को मुरादाबाद की घटना बताकर साझा किया गया जबकि गुजरात के एक वीडियो को राजस्थान का बताया गया।

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    कांवड़ यात्रा के दौरान पुराने और असंबंधित वीडियो वायरल

    शरद प्रकाश अस्थाना, नई दिल्ली। सावन माह के साथ शुरू हुई कांवड़ यात्रा के दौरान कुछ हुड़दंगी कांवड़ियों द्वारा ढाबों और गाड़ियों में तोड़फोड़ के अलावा सीआरपीएफ जवान समेत अन्य लोगों से मारपीट के मामले सामने आए हैं। वहीं, इस दौरान सोशल मीडिया पर पुराने और असंबंधित वीडियो वायरल कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश भी की गई। इतना ही नहीं पाकिस्तान में हुए जघन्य हत्याकांड के वीडियो को भी मुरादाबाद में हुई घटना का बताकर शेयर किया गया। इस रिपोर्ट में हम ऐसे ही कुछ वीडियो और कांवड़ यात्रा पर सोशल मीडिया के प्रभाव पर रोशनी डालेंगे।

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    पाकिस्तान का वीडियो वायरल

    मुजफ्फरनगर पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उन्होंने पाकिस्तान के वीभत्स वीडियो को मुरादाबाद में हुई घटना का बताकर वायरल किया है। वीडियो में बच्चों समेत महिलाओं के शवों को देखा जा सकता है। इस वीडियो के साथ एक भड़काऊ ऑडियो वायरल कर दावा किया गया कि बजरंग दल के सदस्य ग्राम मंसूरपुर थारक नंगला में घरों में घुसकर दूसरे समुदाय के लोगों को मार रहे हैं। पुलिस के मुताबिक, वायरल वीडियो पाकिस्तान के मुजफ्फरगढ़ में अप्रैल 2024 में हुए हत्याकांड का है। कांवड़ यात्रा के दौरान इस वीडियो को वायरल करने के पीछे वेस्ट यूपी में हिंसा भड़काने की कोशिश के तहत देखा जा रहा है।

    https://www.jagran.com/uttar-pradesh/muzaffarnagar-muzaffarnagar-conspiracy-to-incite-riots-before-kanwar-yatra-foiled-23990543.html

    गुजरात का वीडियो राजस्थान का बताया गया

    सोशल मीडिया पर गाड़ी से दूध फेंकने का वीडियो वायरल हुआ। इसमें कुछ लोगों को सड़क पर दूध फेंकते हुए दिखाया गया है। इसके साथ में दावा किया गया कि अलवर में कांवड़ियों को टक्कर लगने के बाद लोगों ने गुस्से में गाड़ी में रखा दूध सड़क पर फेंक दिया। विश्वास न्यूज ने इसकी पड़ताल की तो पता चला कि यह वीडियो राजस्थान का नहीं, बल्कि गुजरात का है। दरअसल, गुजरात के साबरकांठा और अरावली में पशुपालक दूध की कीमतों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। साबर डेयरी के बाहर हुए प्रदर्शन के दौरान पशुपालकों और पुलिस में झड़प भी हुई थी। प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों ने दूध को सड़क पर बहा दिया था।

    https://www.vishvasnews.com/viral/fact-check-kanwar-yatra-2025-viral-kanwaria-milk-throwing-is-gujarat-and-video-of-vandalism-is-old/

    हाईवे पर तोड़फोड़ का वीडियो पुराना

    इसी तरह एक अन्य वीडियो में कुछ युवकों को हाईवे पर तोड़फोड़ करते हुए दिखाया गया है। इसे कुछ यूजर्स ने हालिया कांवड़ यात्रा का बताते हुए शेयर किया। हमारी जांच में पता चला कि यह वीडियो पिछले साल से इंटरनेट पर मौजूद है।

    https://www.vishvasnews.com/viral/fact-check-kanwar-yatra-2025-viral-kanwaria-milk-throwing-is-gujarat-and-video-of-vandalism-is-old/

    देवबंद का पुराना वीडियो वायरल

    कुछ यूजर्स ने एक वीडियो को शेयर किया। इसमें एक युवक को भागकर ट्रक के नीचे आते हुए देखा जा सकता है। इसको शेयर कर लोगों ने दावा किया कि सहारनपुर के देवबंद में वाहिद नाम के शख्स की कांवड़ियों के ट्रक के नीचे आकर मौत हो गई। इसके पीछे लोगों ने कांवड़ यात्रा को बदनाम करने की साजिश की आशंका जताते हुए जांच की मांग की। हमने इस वीडियो की भी जांच की तो पता चला कि एक मुस्लिम युवक ने जुलाई 2017 में कांवड़ियों के ट्रक के नीचे आकर आत्महत्या कर ली थी। इस वीडियो का हाल—फिलहाल से कोई संबंध नहीं है।

    https://www.vishvasnews.com/viral/fact-check-this-case-of-muslim-man-commimantting-suicide-by-coming-under-a-truck-of-kanwadiyas-is-not-a-recent-one/

    पुरानी तस्वीर भी हुई पोस्ट

    इस दौरान कुछ यूजर्स ने सद्भाव वाली तस्वीर को भी दूसरे समुदाय पर तंज कसते हुए शेयर किया। यूजर्स ने दूसरे समुदाय पर तंज कसते हुए मुस्लिम महिलाओं के कांवड़ ले जाने की तस्वीर पोस्ट करते हुए इसे हालिया बताया। हमारी जांच में पता चला कि वायरल तस्वीर करीब 10 साल पुरानी है और इंदौर की है। अगस्त 2015 में इंदौर में विभिन्न धर्मों की महिलाओं ने मिलकर कांवड़ यात्रा निकाली थी। उस यात्रा में मुस्लिम, हिंदू, सिख, ईसाई और पारसी समाज की महिलाएं शामिल हुई थी।

    https://www.vishvasnews.com/society/fact-check-muslim-women-kanwar-photo-is-10-year-old-viral-claim-false/

    हाल ही में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कहा था कि कुछ उपद्रवी कांवड़ यात्रा के दौरान झगड़ा करके और रील बनाकर इंटरनेट मीडिया पर इसे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे लोगों को चिह्नित कर लिया गया है। कांवड़ यात्रा के बाद उनके पोस्टर सार्वजनिक जगहों पर चिपकाए जाएंगे।

    https://www.jagran.com/uttar-pradesh/meerut-city-cm-yogi-adityanath-warns-troublemakers-during-kanwar-yatra-showers-flowers-on-pilgrims-23989978.html

    बदलाव पर एक्सपर्ट की राय

    पहले और अब की कांवड़ यात्रा में आए बदलाव और इस पर सोशल मीडिया के प्रभाव को लेकर हमने मेरठ के शहीद मंगल पांडे गवर्नमेंट गर्ल्स पीजी कॉलेज में समाजशास्त्र की प्रोफेसर एवं एसोसिएट एनसीसी ऑफिसर कैप्टन (डॉ.) लता कुमार से बात की।

    उन्होंने कहा, मैं करीब 20 साल पहले मेरठ आई थीं। तब और आज की कांवड़ यात्रा में काफी फर्क आ गया है। सोशल मीडिया आ गया है तो सबको कांवड़ यात्रा के बारे में पता चल गया है। कुछ लोग एंटरटेनमेंट के लिए भी जाते हैं, तो कुछ दूसरों को दिखाने के लिए भी जा रहे हैं। इसमें सभी तरह के लोग शामिल हैं। कुछ केवल सोशल मीडिया पर रील डालने के लिए और दिखावे के लिए जा रहे हैं। वे लोग हुड़दंग कर सकते हैं। लोगों की सोच भी थोड़ी राजनीतिक है, उनको लगता है कि इस समय वे वीआईपी हैं।

    लता कुमार ने बताया, युवा वर्ग में आक्रोश होता है। वे जस्टिफाई नहीं कर पाते और जल्दी उत्तेजित हो जाते हैं। ऐसे कोई पुराने, भड़काऊ वीडियो या पोस्ट देखकर वे उत्तेजित हो जाते हैं। धर्म शांति स्थापना करने की बात करता है, लेकिन वे ट्रेंड फॉलो करते हैं। उन्हें सोच-समझकर कोई कदम उठाना चाहिए।