जस्टिस यूयू ललित के दादा, पिता और पुत्र भी वकालत में, जानिए- नए CJI के परिवार का सफर
जस्टिस यूयू ललित ने मुंबई से दिल्ली तक का एक लंबा सफर तय किया है। दिल्ली में वह मयूर विहार के फ्लैट में रहते थे। दिल्ली में अपनी अलग शैली से वकालत के क्षेत्र में पहचान बनाते हुए उन्होंने शीर्ष क्रिमिनल लायर के रूप में पहचान बनाई।

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। जस्टिस उदय उमेश ललित (Justice UU Lalit) नए सीजेआइ (Chief Justice of India) बन गए हैं। वकालत के क्षेत्र में यूयू ललित के परिवार का एक लंबा इतिहास रहा है। यूयू ललित के दादा, पिता और पुत्र भी वकालत के पेशे में हैं। इनका परिवार एक सदी यानि 100 साल से भी ज्यादा समय से विधि और न्यायशास्त्र के विद्वान रहे हैं। अब जस्टिस यूयू ललित सीजेआइ के पद पर पहुंचकर परिवार की परंपरा को एक नई ऊंचाई पर ले गए हैं।
जस्टिस यूयू ललित के दादा सोलापुर में करते थे वकालत
जस्टिस ललित के दादा रंगनाथ ललित महाराष्ट्र के शहर सोलापुर में वकालत करते थे। इस दौरान उन्होंने वकालत के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाई। रंगनाथ ललित ने बेटे उमेश रंगनाथ ललित को भी अपने पेशे में लेकर आए। उन्होंने भी वकालत के क्षेत्र में पहचान बनाई। जस्टिस यूय ललित के पिता ने भी वकालत सोलापुर से ही शुरू की थी।
जस्टिस यूयू ललित के पिता
जस्टिस यूयू ललित के पिता उमेश रंगनाथ ललित ने भी वकालत शुरुआत सोलापुर से ही की थी। इन्होंने मुंबई और महाराष्ट्र में वकालत के क्षेत्र में काफी नाम कमाया। इसके बाद वह मुंबई हाई कोर्ट में जज भी बने। अब जस्टिस यूयू ललित पिता से कई कदम आगे बढ़ गए हैं। ऐसे में 90 वर्षीय पिता उमेश रंगनाथ ललित का सीना यकीनन चौड़ा हो गया होगा।
जस्टिस यूयू ललित का मुंबई से दिल्ली तक का सफर
जस्टिस यूयू ललित ने मुंबई से दिल्ली तक का एक लंबा सफर तय किया है। दिल्ली में वह मयूर विहार के फ्लैट में रहते थे। दिल्ली में अपनी अलग शैली से वकालत के क्षेत्र में पहचान बनाते हुए उन्होंने शीर्ष क्रिमिनल लायर के रूप में पहचान बनाई। कई मुकदमों की सुनवाई के दौरान उनकी दलीलों और मृदु भाषी व्यक्तित्व से लोग कायल हो गए।
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