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    सरकारी टेंडर के बदले नौकरी, अधिकारी की पत्नी ने बिना ऑफिस जाए दो जगह से ली 37.54 लाख रुपये सैलरी

    Updated: Mon, 27 Oct 2025 12:05 AM (IST)

    एक अधिकारी की पत्नी पर सरकारी टेंडर के बदले नौकरी पाने और बिना ऑफिस जाए दो जगहों से 37.54 लाख रुपये वेतन लेने का आरोप है। जांच में पाया गया कि महिला ने कभी कार्यालय में काम नहीं किया, फिर भी उसे वेतन मिलता रहा। विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह मामला सरकारी भ्रष्टाचार को उजागर करता है।

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    राजस्थान के अधिकारी प्रद्युम्न दीक्षित और उनकी पत्नी पूनम दीक्षित। (सोशल मीडिया)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, यहां एक अधिकारी की पत्नी ने बिना काम किए दो कंपनियों से 37.54 लाख रुपए सैलरी ली। यह पूरा मामला तब सामने आया जब एक शिकायतकर्ता ने राजस्थान हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की।

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    याचिका के अनुसार, बीते दो सालों में वह किसी भी ऑफिस में नहीं गई फिर भी कंपनियों की कथित कर्मचारी के रूप में 37.54 लाख रुपये का वेतन अर्जित किया।

    सरकारी टेंडर के बदले पत्नी को नौकरी

    राजकॉम्प इन्फो सर्विसेज में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त निदेशक प्रद्युम्न दीक्षित ने अपनी पत्नी पूनम दीक्षित के जरिए से अवैध भुगतान प्राप्त किया, जिन्हें सरकारी टेंडर प्राप्त करने वाली दो निजी कंपनियों ओरियनप्रो सॉल्यूशंस और ट्रीजेन सॉफ्टवेयर लिमिटेड में गलत तरीके से काम करते हुए दिखाया गया था।

    ACB में जांच में चौंकाने वाला खुलासा

    पिछले साल 6 सितंबर को राजस्थान हाईकोर्ट के आदेश पर कार्रवाई करते हुए, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने इस साल 3 जुलाई को प्रारंभिक जांच शुरू की।

    टेंडर पास करने के बदले में प्रद्युम्न ने ओरियनप्रो सॉल्यूशंस और ट्रीजेन सॉफ्टवेयर लिमिटेड को अपनी पत्नी को नौकरी पर रखने और मासिक वेतन देने का निर्देश दिया।

    प्रद्युम्न दीक्षित ने पत्नी की फर्जी एटेंडेंस रिपोर्ट को मंजूरी दी

    एसीबी की जांच में पता चला कि ओरियनप्रो सॉल्यूशंस और ट्रीजेन सॉफ्टवेयर लिमिटेड ने जनवरी 2019 से सितंबर 2020 के बीच पूनम दीक्षित के पांच निजी बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर किए। कुल भुगतान 37,54,405 रुपये था, जिसे वेतन बताया गया। इस पूरी अवधि के दौरान पूनम दीक्षित कभी भी दोनों ऑफिस में नहीं गईं। प्रद्युम्न दीक्षित ने खुद अपनी पत्नी की फर्जी एटेंडेंस रिपोर्ट को मंजूरी दी।

    बिना काम के दो कंपनियों ले लिया वेतन

    एसीबी की जांच में पता चला कि पूनम दीक्षित एक साथ दो कंपनियों से वेतन प्राप्त कर रही थीं। ओरियनप्रो सॉल्यूशंस में फर्जी नौकरी करते हुए, उन्होंने 'फ्रीलांसिंग' की आड़ में ट्रीजेन सॉफ्टवेयर लिमिटेड से भी भुगतान प्राप्त किया। इस दौरान, दोनों कंपनियों को सरकारी टेंडर भी मिले।

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