पंडित नेहरू का 'ज्ञानकोश' अब ऑनलाइन: 75 हजार पेज, 3000 इलस्ट्रेशनऔर भी बहुत कुछ.. फ्री में पढ़ें
स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर 1960 के दशक तक पंडित जवाहरलाल नेहरू के बौद्धिक कार्य अब ऑनलाइन उपलब्ध हैं। जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल फंड (जेएनएमएफ) ने नेहरू आकाईव डॉट इन नामक एक नई वेबसाइट लॉन्च की है। इस संग्रह में 75,000 पृष्ठ और 3,000 चित्र शामिल हैं। दूसरे चरण में नेहरू के पत्रों को भी शामिल किया जाएगा। संग्रह में 35,000 दस्तावेज, तस्वीरें, ऑडियो-वीडियो और नेहरू की किताबें हैं।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। स्वतंत्रता आंदोलन के दौर से लेकर 1960 के दशक तक आधुनिक भारत के निर्माण की नींव रखने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के चुनिंदा बौद्धिक काम अब पूरी तरह से ऑनलाइन उपलब्ध हैं। इसमें नेहरू की कृतियों का 100 वॉल्यूम के पूरे सेट के साथ लगभग 75000 से अधिक पेज और 3000 के करीब चित्र-इलस्ट्रेशन शामिल हैं।
इतिहास और राजनीति शास्त्र के छात्र और शोधार्थी ही नहीं जो भी इन्हें पढ़ना चाहे, वह मुफ्त में इन्हें डाउनलोड कर सकते हैं। जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल फंड (जेएनएमएफ) ने मोबाइल फोन फ्रेंडली नेहरू आकाईव डॉट इन के नए वेबसाइट को लांच किया है।
जेएनएमएफ के ट्रस्टी कांग्रेस के संचार महासचिव जयराम रमेश ने पत्रकारों से कहा कि यह डिजिटल आर्काइव है, जिसे शुरू में नेहरू के चुनिंदा बौद्धिक कृत्यों के 100 प्रकाशित वॉल्यूम पर केंद्रित रखा गया है, जिसमें 1903-1964 का कालखंड शामिल है। दूसरे चरण में पंडित नेहरू के लिखे पत्रों को ढूंढ़कर इसमें शामिल किया जाएगा।
जयराम ने कहा कि गांधी, सरदार वल्लभ भाई पटेल और सुभाष चंद्र बोस के साथ नेहरू के पत्रों की बड़ी श्रृंखला है। वहीं विस्टन चर्चिल और रवींद्रनाथ टैगोर आदि के साथ चुनिंदा पत्राचारों का अपना ऐतिहासिक महत्व है। जेएनएमएफ ने डिजिटल वर्जन लांच किए जाने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि यह ऑनलाइन संस्करण उन सभी के लिए बहुत फायदेमंद होगा, जो विशेष रूप से 1920 से 1960 के दशक तक भारतीय इतिहास के किसी भी पहलू का अध्ययन करना चाहते हैं।
क्या-क्या मिलेगा?
जेएनएमएफ के सचिव प्रोफेसर माधवन पलात ने कहा कि इसमें करीब 35000 दस्तावेज, फोटोग्राफ, ऑडियो-वीडियो और नेहरू की किताबें हैं। नेहरू पर उनके जीवनकाल में छपी किताबें और दूसरे प्रकाशन, पब्लिक डोमेन में उपलब्ध दस्तावेज और उनके भाषणों के ओरिजिनल हिंदी वर्जन शामिल किए गए हैं। उनकी रचनाओं के साथ दस्तावेजी तथ्यात्मक चीजें भी इसमें हैं। पलात ने कहा कि आर्काइव में अभी 300 थीम हैं जिसे भविष्य में बढ़ाकर 1000 तक किया जाएगा।

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