Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Jallikattu: तमिलनाडु में पोंगल पर हुआ जानलेवा खेल 'जल्लीकट्टू' का आगाज, पहले ही दिन घायल हुए दो पुलिसकर्मी समेत 45 लोग

    By Agency Edited By: Mohd Faisal
    Updated: Mon, 15 Jan 2024 04:10 PM (IST)

    Jallikattu तमिलनाडु में जल्लीकट्टू प्रतियोगिता का आगाज हो गया है। अवनियापुरम जल्लीकट्टू प्रतियोगिता के दौरान दो पुलिसकर्मी समेत 45 लोग घायल हो गए। 9 लोगों को इलाज के लिए मदुरै के सरकारी राजाजी अस्पताल में रेफर किया गया है। बताते चलें कि तमिलनाडु में पोंगल के पर्व के साथ ही जल्लीकट्टू उत्सव शुरू होता है। प्रतियोगिता में शामिल लोग बैल को रोकने के लिए उसके कूबड़ का सहारा लेते हैं।

    Hero Image
    Jallikattu: तमिलनाडु में पोंगल पर हुआ जानलेवा खेल 'जल्लीकट्टू' का आगाज (फोटो एएनआई)

    एएनआई, अवनियापुरम (तमिलनाडु)। तमिलनाडु के अवनियापुरम में जल्लीकट्टू प्रतियोगिता का आगाज हो गया है। अवनियापुरम जल्लीकट्टू प्रतियोगिता के दौरान दो पुलिसकर्मी समेत 45 लोग घायल हो गए।

    दो पुलिसकर्मी सहित 45 लोग हुए घायल

    समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, आज से अवनियापुरम जल्लीकट्टू प्रतियोगिता शुरू हुई। इसमें दो पुलिसकर्मी सहित 45 लोगों को चोटें आई। जिनमें से 9 लोगों को इलाज के लिए मदुरै के सरकारी राजाजी अस्पताल में रेफर किया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    प्रतियोगिता शुरू होने से पहले की गई थी बैलों की जांच

    दरअसल, मदुरै के अवनियापुरम में जल्लीकट्टू प्रतियोगिता शुरू होने से पहले बैलों के स्वास्थ्य की जांच की गई। इसके बाद जल्लीकट्टू प्रतियोगिता शुरू की गई। हालांकि, जल्लीकट्टू प्रतियोगिता के दौरान कई लोगों को चोटें भी आई।

    मदुरै पुलिस ने जारी की थी चेतावनी

    बता दें कि मदुरै पुलिस ने जल्लीकट्टू प्रतियोगिता को लेकर रविवार को स्थानीय लोगों को सचेत किया था। पुलिस ने कहा था कि जल्लीकट्टू कार्यक्रम के दौरान आपराधिक गतिविधि के कारण कोई घटना होती है, तो इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

    यह भी पढ़ें- Suchana Seth Case: कोर्ट ने पांच दिन के लिए बढ़ाई CEO सूचना सेठ की पुलिस हिरासत, चार साल के बेटे की हत्या का आरोप

    क्या है जल्लीकट्टू प्रतियोगिता?

    • बताते चलें कि तमिलनाडु में पोंगल पर्व के साथ ही जल्लीकट्टू उत्सव शुरू होता है।
    • जल्लीकट्टू प्रतियोगिता के दौरान एक बैल को लोगों की भीड़ में छोड़ दिया जाता है। प्रतियोगिता में शामिल लोग बैल को रोकने के लिए उसके कूबड़ का सहारा लेते हैं।
    • इस बुलफाइट का इतिहास 400-100 ईसा पूर्व का है।
    • प्रतिभागियों और बैल दोनों को चोट लगने के जोखिम के कारण पशु अधिकार संगठनों ने इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।
    • हालांकि, मई 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य में बैलों को वश में करने वाले खेल जल्लीकट्टू को अनुमति देने वाले तमिलनाडु सरकार के कानून को बरकरार रखा था।

    यह भी पढ़ें- Jallikattu: क्यों खेला जाता है ये जानलेवा खेल जिसपर छिड़ा है विवाद, पारंपरिक मान्यता को SC की भी हरी झंडी