Cough Syrups Controversy: जयशंकर ने भारतीय कफ सीरप से बच्चों की मौत पर गांबिया के समकक्ष से की बात
डब्ल्यूएचओ ने गांबिया में 66 बच्चों की मौत के लिए भारतीय कफ सीरप को जिम्मेदार बताते हुए अलर्ट जारी किया था। इस बीच केंद्र ने पूरे मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया है।

नई दिल्ली, आइएएनएस। विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर ने गुरुवार को गांबिया के अपने समकक्ष डा. ममादौ तंगारा से बात की और भारत में निर्मित कफ सीरप से कथित रूप से वहां 66 बच्चों की मौत पर शोक जताया। जयशंकर ने तंगारा को आश्वासन दिया कि इस मामले में भारतीय स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा गंभीरता से जांच की जा रही है। सोनीपत की मेडिन फार्मास्युटिकल्स द्वारा बनाई गई कफ सीरप के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। जयशंकर ने ट्वीट किया कि हम गांबिया के विदेश मंत्री के साथ लगातार संपर्क में हैं।
केंद्र ने पूरे मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का किया गठन
डब्ल्यूएचओ ने गांबिया में 66 बच्चों की मौत के लिए भारतीय कफ सीरप को जिम्मेदार बताते हुए अलर्ट जारी किया था। इस बीच केंद्र ने पूरे मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति की अध्यक्षता दवाओं पर स्थायी राष्ट्रीय समिति के उपाध्यक्ष डा. वाई के गुप्ता कर रहे हैं। यह समिति डब्ल्यूएचओ द्वारा साझा किए गए सभी संबंधित विवरणों की जांच और विश्लेषण करेगी। उसके बाद आगे की कार्रवाई के लिए सिफारिश करेगी।
हरियाणा सरकार ने उठाया कदम
इस बारे में डेवलपमेंट तब देखने को मिला, जब डब्ल्यूएचओ की प्रतिकूल रिपोर्ट के बाद हरियाणा सरकार ने मेडेन फार्मास्युटिकल्स की सोनीपत इकाई में दवा निर्माण को रोकने का आदेश दिया था, जबकि राज्य दवा नियामक ने उसे एक सप्ताह के भीतर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा था। हाल के निरीक्षण के दौरान कंपनी में कई उल्लंघन पाए गए थे। इसे लेकर कंपनी का लाइसेंस या तो निलंबित किया जा सकता है या रद किया जा सकता है।
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