जयपुर विकास प्राधिकरण का अजीबोगरीब कारनामा, शिव मंदिर को भेजा अतिक्रमण का नोटिस; एक अधिकारी निलंबित
जयपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी (जेडीए) के एक एनफोर्समेंटऑफिसर अरुण कुमार पूनिया को शुक्रवार को सस्पेंड कर दिया गया। यह कार्रवाई तब हुई जब उन्होंने किसी मैनेजिंगबॉडी या व्यक्ति के बजाय सीधे वैशाली नगर स्थित एक शिव मंदिर को सड़क चौड़ीकरण के तहत एनक्रोचमेंट नोटिस भेजा।

शिव मंदिर को सीधे नोटिस भेजने पर जयपुर विकास प्राधिकरण का ऑफिसर सस्पेंड (सांकेतिक तस्वीर)
जेएनएन, जयपुर। जयपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी (जेडीए) के एक एनफोर्समेंट ऑफिसर अरुण कुमार पूनिया को शुक्रवार को सस्पेंड कर दिया गया। यह कार्रवाई तब हुई जब उन्होंने किसी मैनेजिंग बॉडी या व्यक्ति के बजाय सीधे वैशाली नगर स्थित एक शिव मंदिर को सड़क चौड़ीकरण के तहत एनक्रोचमेंट नोटिस भेजा।
राज्य सरकार ने इसे ड्यूटी में गंभीर लापरवाही माना। मुख्यमंत्री कार्यालय के निर्देश पर JDA सेक्रेटरी निशांत जैन ने सस्पेंशन ऑर्डर जारी किया। 21 नवंबर को नोटिस जारी किया गया था, जिसमें सात दिनों के भीतर जवाब देने का निर्देश था।
जिसको लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध जताया और कहा कि नोटिस सीधे मंदिर की दीवार पर चिपकाया गया था और किसी मैनेजिंग व्यक्ति या समिति को नहीं भेजा गया। इससे यह सवाल उठता है कि जवाब कौन देगा और जरूरी डॉक्यूमेंट्स कौन सौंपेगा।
स्थानीय लोगों ने के मुताबिक मंदिर प्रबंधन, पुजारी या समिति से संपर्क किए बिना नोटिस चिपकाना असंवेदनशील और अनुचित कदम था। इधर, जेडीए अधिकारियों का कहना है कि आगे नोटिस देने में उचित प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा।
गौरतलब है कि जेडीए ने गांधी पथ चौड़ा करने के लिए ज़ोन 7 के डिप्टी कमिश्नर के सर्वे के आधार पर कई घरों और दुकान मालिकों को भी नोटिस जारी किए थे। सर्वे में मंदिर की बाउंड्री वॉल सड़क तक फैली हुई पाई गई थी, जिसे अतिक्रमण बताया गया।

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