लालू बोले 20 बार सफाई दे चुके हैं! क्या 'चाचा' नीतीश 'तेजस्वी' भतीजे को छोड़ देंगे?
तेजस्वी मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अल्टीमेटम शनिवार को खत्म हो रहा है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि अब क्या करेंगे नीतीश कुमार?
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे को लेकर महागठबंधन में बनी असमंजस की स्थिति के बीच राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू यादव ने अपने छोटे बेटे और बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी की पुरजोर वकालत की है। लालू यादव ने कहा कि वह इस बारे में अब तक बीस बार सफाई दे चुके हैं। उन्होंने नीतीश कुमार से पूछा है- क्या चाचा खुद भतीजे तेजस्वी को छोड़ देंगे?
जाहिर है नीतीश की तरफ से तेजस्वी के मामले में आरजेडी को जो चार दिनों की मोहलत दी गई थी वह आज खत्म हो रही है। लेकिन अभी तक कुछ भी साफ नहीं दिख रहा है। ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि अगर तेजस्वी के इस्तीफे पर लालू यादव कुछ फैसला नहीं लेते हैं तो नीतीश उन्हें बर्खास्त करेंगे? ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि नीतीश ने चार दिन पहले ही साफ कर दिया था कि वे अपनी छवि पर किसी भी कीमत पर दाग नहीं लगने देंगे और यही बात शुक्रवार को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने भी साफ शब्दों में कही है।
लालू ने तेजस्वी के इस्तीफे से किया इंकार
लालू प्रसाद यादव ने साफतौर पर कह दिया है कि तेजस्वी यादव किसी भी सूरत में इस्तीफा नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि तेजस्वी को जनता ने जिताया है, इस्तीफे का कोई सवाल ही नहीं उठता। ऐसे में शनिवार को जदयू द्वारा राजद को दी गई मियाद भी खत्म हो रही है। लिहाजा सभी की नजरें नीतीश कुमार पर टिकी हैं कि वह अब क्या फैसला लेते हैं। बहरहाल, राजनीतिक जानकार बिहार की राजनीति में हो रही उथल-पुथल पर इतना जरूर कह रहे हैं कि महागठबंधन पर गहरा संकट छाया है, जिसका बचा रहना मुश्किल है।
तेजस्वी ने कहा- नहीं देंगे इस्तीफा
बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी के नीतीश कैबिनेट से इस्तीफे को लेकर महागठबंधन में चल रही तनानती के बीच आरजेडी अपने रुख पर अड़ी हुई है। लगातार अपने आपको पाक साफ बताने वाले तेजस्वी ने दो दिन पहले मीडिया के सामने आकर जहां भावुक अपील करते हुए खुद को निर्दोष बताया था, वहीं एक बार फिर से ट्वीट करते हुए साफ कर दिया है कि वह किसी भी कीमत पर इस्तीफा नहीं देंगे। तेजस्वी ने मीडिया पर उनके इस्तीफे को लेकर चल रही ख़बर को हास्यास्पद करार देते हुए उल्टा तंज कसा है।
"उत्पाती सूत्रों" के नाम से मीडिया का एक वर्ग भाजपा का जो एक सूत्रीय कार्यक्रम चला रहा है उसपर ज़ोरों से हँसी आ रही है
"भूँजा खाओ,मस्त रहो"— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 14, 2017
जबकि, दूसरी तरफ आरजेडी ने कहा कि तेजस्वी को पद पर बनाए रखने के साथ महागठबंधन को बचाने को जो भी प्रयास होगा उसे किया जाएगा। राजद ने आगे धमकी देते हुए कहा कि जो भी निर्णय होगा वह सोमवार को ही होगा और तेजस्वी को अगर महागठबंधन से इस्तीफा देने को मजबूर किया गया तो फिर आरजेडी के सारे मंत्रियों का सामूहिक रूप से इस्तीफा होगा।
कहां से लालू इतनी संपत्ति लेकर आए-जेडीयू
उधर, लालू यादव की संपत्ति पर सवाल उठाते हुए जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि आरजेडी अध्यक्ष को लोगों के सामने आकर यह तथ्यों के साथ बताना चाहिए कि उनके पास इतनी संपत्ति कहा से आ गई। नीरज कुमार ने साफतौर पर कहा कि लालू यादव को अपनी संपत्ति घोषित कर देनी चाहिए। उधर, जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि उनका गठबंधन सफलतापूर्वक चल रहा है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और नैतिकता के मुद्दे पर मुख्यमंत्री पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं और वह जेडीयू समेत गठंबधन में शामिल सभी नेताओं पर लागू होता है। बडे़ नेता जनता के प्रति जवाबदेह होते हैं। ऐसे में सभी बातें मुख्यमंत्री के बयान में कही जा चुकी है और इस बारे में आगे किसी तरह के स्पष्टीकरण की आवश्यकता नहीं है।
सोनिया-राहुल ने की नीतीश-लालू से बात
उधर, गठबंधन न टूटे इसको लेकर कांग्रेस खेमे में भी बेचौनी देखी जा रही है। गठबंधन को लेकर तेजस्वी पर नीतीश कुमार के अल्टीमेटम के बाद बन रही असमंजस की स्थिति से घबरायी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नीतीश और लालू यादव से इस मसले पर बातचीत की। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी चाहती हैं कि बिहार में गठबंधन अटूट रहे। हालांकि, लालू यादव ने सोनिया से हुई इस बारे में किसी तरह की बातचीत से इनकार किया है।
क्या तेजस्वी को बर्खास्त करेंगे नीतीश
जिस तरह का रुख तेजस्वी मसले पर आरजेडी दिखा रही है अगर नीतीश की तरफ से दिए गए अल्टीमेटम के बाद तेजस्वी ने खुद इस्तीफा नहीं दिया तो क्या होगा ये एक बड़ा सवाल है। Jagran.com से ख़ास बातचीत में वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप सिंह ने बताया कि अगर तेजस्वी खुद इस्तीफा नहीं देते हैं तो नीतीश कुमार उन्हें अपनी कैबनेट से बर्खास्त कर सकते हैं, क्योंकि अब तक जेडीयू ने ऐसा ही संकेत दिया है। और ऐसे में अगर लालू यादव महागठबंधन से अलग होते हैं तो नीतीश को भाजपा के साथ जाने में भी कोई आपत्ति नहीं होगी।
क्या तेजस्वी की बर्खास्तगी बर्दास्त करेंगे लालू
ये एक बड़ा सवाल है कि नीतीश के मंत्रिमंडल से अगर तेजस्वी को बर्खास्त किया जाएगा तो लालू यादव चुप बैठेंगे। प्रदीप सिंह का यह मानना है कि लालू यादव के लिए चुप रहना ही आदर्श स्थिति होगी, क्योंकि जिस तरह से उनके पूरे परिवार पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है ऐसे में वह किसी भी सूरत में बिहार की महागठबंधन सरकार से अलग होने की कोशिश नहीं करेंगे। उसकी एक वजह ये भी है कि अगर पूरे परिवार की गिरफ्तारी होती भी है तो वह चाहेंगे कि कम से कम सरकार बनी रहे और नीतीश उनकी ओर से प्रतिनिधित्व करें।