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    'चुनी हुई सरकार के प्रमुख PM', संसद भवन उद्घाटन में राष्ट्रपति के शामिल नहीं होने पर हरदीप पुरी की प्रतिक्रिया

    By Jagran NewsEdited By: Sonu Gupta
    Updated: Fri, 02 Jun 2023 12:19 AM (IST)

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 मई को नए संसद भवन को देश को समर्पित किया। यह भवन अत्याधुनिक होने के साथ-साथ कई प्रकार की सुविधाओं से लैस है। इस भवन के उद्घाटन पर हो रहे विवादों पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपनी बात रखी है।

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    लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार के प्रमुख हैं पीएम मोदी: हरदीप सिंह पुरी।

    नई दिल्ली, सुकन्या साहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 मई को नए संसद भवन को देश को समर्पित किया। यह भवन अत्याधुनिक होने के साथ-साथ कई प्रकार की सुविधाओं से लैस है। भवन के उद्घाटन के साथ ही इसके विवादों में कई घटनाक्रम एक साथ जुड़ गया, जिसमें 20 विपक्षी दलों द्वारा इसका बहिष्कार करना और ऐतिहासिक राजदंड सेंगोल की स्थापना शामिल है।

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    केंद्रीय मंत्री ने सभी विवादों पर की बात

    पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान जागरण डॉट कॉम के साथ एक साक्षात्कार में नए संसद भवन के उद्घाटन से संबंधित पनपे सभी विवादों पर अपना दृष्टिकोण साझा किया। उन्होंने इस दौरान जोर देकर कहा कि आजादी के कई वर्षों के बाद पुराना संसद भवन विकासशील भारत की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपर्याप्त है। इस दौरान उन्होंने विपक्ष द्वारा नई संसद भवन के बहिष्कार, सेंगोल की स्थापना पर राजनीतिक विवाद और उद्घाटन समारोह के दौरान राष्ट्रपति की अनुपस्थिति के बारे में बात की।  

    प्रश्न- नए संसद भवन के उद्घाटन पर विपक्षी नेताओं द्वारा बहिष्कार किया गया था। इस पर  आपकी क्या राय है?

    उत्तर- नए संसद भवन के उद्घाटन के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह सहित विपक्षी दलों को आमंत्रित किया गया था। हालांकि, सभी शर्मिंदगी से बचने के लिए उपस्थित नहीं हुए।

    प्रश्न- सेंगोल की स्थापना पर विपक्ष जो राजनीति कर रहा है क्या वह उचित है?

    उत्तर- हम सात हजार साल पुरानी सभ्यता हैं। 1750 के बाद 190 वर्षों तक हमपे राज किया गया। बहुत प्रसिद्ध एक कैम्ब्रिज इतिहासकार एंगस मैडिसन ने कहा है कि साल 1750 में वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में भारत का योगदान वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 25 से 27 प्रतिशत था। करीब 190 सालों के गुलामी के बाद यह 25 प्रतिशत से घटकर एक अंक में आ गया।

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत कल में कहा कि साल 2047 में हम एक स्वतंत्र देश के रूप में 100 वर्ष पूरे करेंगे तो हमें एक विकसित भारत होना चाहिए। हम साल 2047 से पहले ही एक विकसित देश होंगे। हम यह अपने अर्थव्यवस्था के आकार के आधार पर कह रहे हैं। साल 2047 में भारत की अर्थव्यवस्था 27 से 28 करोड़ ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था होने की संभावना है।

    प्रश्न- सेंगोल की स्थापना के विवाद पर आपकी क्या राय है?

    उत्तर- सेंगोल क्या है? इसके पीछे का क्या सोच है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जब हम विकसित देश बन जाते हैं तो हमें औपनिवेशिक मानसिकता से छुटकारा पाना चाहिए। चोल, जिनकी राजनीतिक उपस्थिति थी, जिसे अब भारत के रूप में जाना जाता है। चोल वंश का साम्राज्य इंडोनेशियाई द्वीपसमूह और अन्य क्षेत्र तक फैला हुआ था। सेंगोल का महत्व क्या है? सेंगोल पर धर्म का शासन है। जिसे भी शासन करने की जिम्मेदारी दी गई है वह यह सुनिश्चित करेगा कि समानता और न्याय हो और लोगों को इससे लाभ हो। यह एक सेंगोल का प्रतीक है।

     प्रश्न- नए संसद भवन के उद्घाटन के समय राष्ट्रपति की अनुपस्थिति को लेकर विपक्ष ने काफी कुछ कहा था। आप इस बारे में क्या कहेंगे?

     

    उत्तर- पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी एक दक्षिणी राज्य में गए और तमिलनाडु विधानसभा परिसर का उद्घाटन किया। हालांकि, मुझे यह सब बताने की जरूरत नहीं है। दूसरी बात यह है कि पीएम मोदी लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार के प्रमुख हैं।  

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