जागरण-डिजीकवच अभियान: अहमदाबाद में वरिष्ठ नागरिकों ने सीखे डिजिटल सेफ्टी के तरीके
अहमदाबाद में जागरण-डिजीकवच अभियान चलाया गया, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों को डिजिटल सुरक्षा के बारे में सिखाया गया। इस अभियान का लक्ष्य बुजुर्गों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाना है, ताकि वे सुरक्षित रूप से डिजिटल दुनिया का उपयोग कर सकें और सशक्त महसूस करें।

'वरिष्ठ नागरिकों की डिजिटल सुरक्षा: सच के साथी' । (जागरण)
डिजिटल डेस्क, नोएडा। अहमदाबाद में दैनिक जागरण और विश्वास न्यूज के सहयोग से गूगल ने अपने प्रतिष्ठित 'डिजीकवच' कार्यक्रम के अंतर्गत रविवार को वरिष्ठ नागरिकों के लिए सेमिनार का आयोजन किया। 'वरिष्ठ नागरिकों की डिजिटल सुरक्षा: सच के साथी' अभियान के तहत यह कार्यक्रम हुआ। इसमें उदाहरणों और वीडियो के माध्यम से वरिष्ठ नागरिकों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के तरीके बताए गए।
घाटलोडिया स्थित कालासागर मॉल में आयोजित कार्यक्रम में जागरण न्यू मीडिया के एडिटर इन चीफ राजेश उपाध्याय ने इस कार्यक्रम का महत्व समझाते हुए कहा कि आज जब सुबह लोग सोकर उठते हैं तो मोबाइल देखते हैं और सोते समय उसे पास रखकर सोते हैं। ऐसे समय में साइबर अपराधी लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं। इनसे लोगों को जागरूक करने के मकसद से ही यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है।

उन्होंने फेक जॉब स्कैम और इन्वेस्टमेंट स्कैम के बारे में बताते हुए कहा कि अगर बिना आवेदन किए ही इंटरव्यू कॉल की मेल या कोई सूचना आए तो सतर्क हो जाएं। साथ ही अगर कोई नौकरी या किसी प्लेटफॉर्म पर मुनाफे का लालच देकर तुरंत निवेश करने को कहें तो रुकें और उसके बारे में पूरी पड़ताल कर लें। हड़बड़ी में तुरंत पैसे भेजने से आर्थिक नुकसान हो सकता है।
विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने फेक लोन ऐप स्कैम पर रोशनी डालते हुए कहा कि साइबर अपराधी तुरंत लोन देने का लालच देकर लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं और बाद में उनकी फोटो को एडिट करके उन्हें ब्लैकमेल करते हैं। आरबीआई ने ऐप्स की लिस्ट जारी की है। उसमें दिए गए ऐप से लोन लिया जा सकता है और सतर्क रहकर स्कैमर्स से बचा जा सकता है।
कार्यक्रम के बारे में
'वरिष्ठ नागरिकों की डिजिटल सुरक्षा: सच के साथी' अभियान के तहत दैनिक जागरण डिजिटल और विश्वास न्यूज की टीमें देशभर में सेमिनार और वेबिनार के माध्यम से ट्रेनिंग दे रही है।
इसके तहत देश के 20 राज्यों के 30 शहरों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गुजरात के अलावा दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, पंजाब, उत्तराखंड जैसे 20 राज्यों में इस तरह का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसमें लोगों को ऑनलाइन स्कैम को पहचानने और बचने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
गूगल का ‘डिजीकवच’ अभियान भारत में ऑनलाइन धोखाधड़ी के खिलाफ लोगों में जागरूकता बढ़ा रहा है। इस अभियान का लक्ष्य लोगों को फ्रॉड और स्कैम के प्रति जागरूक करना है।

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