जागरण एग्री पंचायत: कृषि मंत्री और पंचायती राज मंत्री की मौजूदगी में कृषि संबंधित चुनौतियों के समाधान पर होगी बातचीत
स्मार्ट कृषि एक टिकाऊ भविष्य के लिए आवश्यक है क्योंकि यह संसाधनों के उपयोग को अनुकूलित करने फसल की पैदावार बढ़ाने और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने में ...और पढ़ें

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। स्मार्ट कृषि एक टिकाऊ भविष्य के लिए आवश्यक है, क्योंकि यह संसाधनों के उपयोग को अनुकूलित करने, फसल की पैदावार बढ़ाने और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने में मदद करता है। इसके लिए उन्नत तकनीकों को अपनाया जाता है। जैसे-जैसे वैश्विक जनसंख्या बढ़ रही है, पारंपरिक खेती के तरीके अकेले भोजन की बढ़ती मांग को पूरा नहीं कर सकते।
ऐसे में स्मार्ट कृषि एक सही उपाय है। इससे उपग्रह इमेजरी, IoT सेंसर, और AI-संचालित एनालिटिक्स जैसी सटीक कृषि तकनीकों का उपयोग करके कृषि संबंधित चुनौतियों का समाधान निकाला जा सकता है। हालांकि, इस संबंध में जानकारी बहुत कम लोगों को है।
जागरण समूह देश और किसानों के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करते हुए देश की पहली कृषि पंचायत "जागरण एग्री पंचायत" आयोजित करने जा रहा है। इसकी थीम है स्मार्ट एग्री फॉर सस्टेनेबल फ्यूचर्स। इसमें सरकार, किसान, एग्री-बिजनेस के लीडर, एग्री-स्टार्टअप समेत कृषि से जुड़े सभी हितधारक एक मंच पर आकर खेती को बेहतर बनाने, किसानों की आय बढ़ाने, नए मार्केटिंग चैनल, नई तकनीक, और बेस्ट प्रैक्टिसेज पर बात करेंगे। उम्मीद है कि इस महामंथन से उन्नत कृषि के लिए नया मार्ग प्रशस्त होगा।
"जागरण एग्री पंचायत" दिल्ली के दी अशोक होटल में 27 अगस्त को सुबह 10 बजे शुरू होगा। इस शो के चीफ गेस्ट केंद्रीय कृषि, किसान कल्याण एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान होंगे, जबकि समारोह में स्पेशल गेस्ट के रूप में छत्तीसगढ़ सरकार के कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम और उत्तराखंड सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री गणेश जोशी को आमंत्रित किया गया है। इस कार्यक्रम का पार्टनर Mother Dairy है, और इसे कृषि विभाग उत्तराखंड और Director Horticulture एवं Farm Forestry Chhattisgarh का समर्थन प्राप्त है।
समारोह में किसानों की आमदनी, कृषि के लिए नए मार्केटिंग चैनल, और जलवायु परिवर्तन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जाएगी। कृषि पर ध्यान केंद्रित करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह खाद्य सुरक्षा, आर्थिक स्थिरता, और सतत विकास की नींव है। कई देशों में, विशेष रूप से भारत जैसे विकासशील क्षेत्रों में, कृषि आय और रोजगार का एक प्रमुख स्रोत है, जो लाखों लोगों की आजीविका का साधन है और आर्थिक विकास को गति देता है।
ऐसे में "जागरण एग्री पंचायत" जैसे कार्यक्रम कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए कारगर साबित हो सकते हैं। किसानों और नीति निर्माताओं के बीच ज्ञान साझा करने के लिए यह मंच शानदार साबित होगा।
कार्यक्रम देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें -

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