गुजरात ATS को बड़ी सफलता, हजारों लोगों को जहर से मौत की नींद सुलाने की साजिश का कैसे हुआ पर्दाफाश? 3 आतंकी गिरफ्तार
गुजरात एटीएस ने आईएसआईएस के तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया है, जो 'राइसिन' नामक जहर से हजारों लोगों को मारने की साजिश रच रहे थे। ये आतंकी हैदराबाद और उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और अहमदाबाद, लखनऊ और दिल्ली के संवेदनशील इलाकों की रेकी कर चुके थे। उनके पास से हथियार बरामद हुए हैं, जो पाकिस्तान सीमा से ड्रोन के माध्यम से भेजे जाते थे। वे राजस्थान से केस्टर ऑयल लाकर जहर बनाने की योजना बना रहे थे।

गुजरात से ISIS के 3 आतंकी गिरफ्तार। (एएनआइ)
शत्रुघ्न शर्मा, अहमदाबाद : गुजरात एटीएस ने देश के विभिन्न शहरों में खतरनाक जहर 'राइसिन' से हजारों लोगों को मौत की नींद सुलाने की नापाक साजिश रच रहे आइएसआइएस के तीन आतंकियों को दबोचा है। आतंकी हैदराबाद एवं उत्तर प्रदेश के हैं और अहमदाबाद, लखनऊ तथा दिल्ली के संवेदनशील इलाकों की रेकी कर चुके हैं।
एटीएस ने इनके पास से तीन पिस्तौल और 30 कारतूस बरामद किये हैं। पाक सीमा पर ड्रोन के जरिये इनको हथियार भेजे जाते थे। तीनों आतंकी 17 नवंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिये गये हैं।
एटीएस के उपमहानिरीक्षक सुनील जोशी ने बताया कि हैदराबाद का 35 वर्षीय डॉ. अहमद मोहियुद्दीन सैयद 2008 से 2013 तक चीन में रहकर आया है। वह उत्तर प्रदेश के शामली जिलान्तर्गत कैराना के 20 वर्षीय आजाद सुलेमान शेख और लखीमपुर खीरी के मोहम्मद सुहेल खान के साथ मिलकर देश में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की साजिश रच रहा था।
बहरहाल, एटीएस ने इनके पास से दो ग्लोक पिस्तौल, एक बेरेटा पिस्तौल और 30 कारतूस बरामद किये हैं। पाकिस्तान सीमा पर हैंडलर ड्रोन के जरिये इनको हथियार पहुंचाते थे। ये तीनों आतंकी संगठन आइएसआइएस के आइएसकेपी (इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत) के पाकिस्तानी हैंडलर अब्दुल खदीजा के संपर्क में थे।
खतरनाक जहर बनाने की योजना बना रहे थे आतंकी
राजस्थान के हनुमानगढ़ से चार लीटर केस्टर ऑयल लाकर यह राइसिन नामक खतरनाक जहर बनाने की योजना तैयार कर रहे थे। यह सायनाइड से भी अधिक खतरनाक जहर होता है। आंतकियों की साजिश देश के अलग-अलग शहरों में एक साथ हजारों लोगों की हत्या करने की थी।
एटीएस के पुलिस उपाधीक्षक एसएल चौधरी को मिली सूचना के आधार पर गांधीनगर के अडालज में नाकेबंदी कर एक कार चालक को हिरासत में लिया गया। उसे एटीएस मुख्यालय लाकर पूछताछ की गई तो दो अन्य आतंकियों के गांधीनगर में मौजूद होने की जानकारी मिली। डॉ. अहमद मोहियुद्दीन सैयद चीन से एमबीबीएस करने के बाद हैदराबाद में अपना होटल चलाने लगा और आतंकी संगठनों के संपर्क में आकर देश विरोधी गतिविधियों में सक्रिय हो गया था।
कोर्ट ने तीनों को पुलिस रिमांड पर भेजा
तीनों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता, गैरकानूनी गतिविधि कानून व आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई है। उन्हें 17 नवंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। डॉ. मोहियुद्दीन सैयद पेशे से एमबीबीएस डॉक्टर है। वह हैदराबाद में राजेंद्र नगर स्थित फोर्टव्यू कालोनी का रहने वाला है। आजाद सिलाई का काम करता है, जबकि सुहेल खान छात्र है।
राइसिन क्या होता है?
राइसिन एक रासायनिक जहर है और इसे अरंडी (केस्टर) के तेल का उत्पादन करने वाले पौधे राइसिनस कम्युनिस के बीजों के प्रसंस्करण से बचे अपशिष्ट पदार्थ से बनाया जा सकता है। इसका इस्तेमाल आतंकी कारक के रूप में किया जाता है।
यह कितना जहरीला है?
इसे सांस के जरिये लेना, निगलना या इंजेक्शन के जरिये शरीर में प्रवेश कराना घातक होता है। इसकी पांच से दस माइक्रोग्राम तक की मात्रा भी जानलेवा हो सकती है।

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