INS कर्मुक ने सिंगापुर-भारत-थाईलैंड समुद्री अभ्यास में लिया हिस्सा, क्या होगा फायदा?
भारतीय नौसेना का जहाज आईएनएस कर्मुक सिंगापुर-भारत-थाईलैंड समुद्री अभ्यास (एसआइटीएमईएक्स-25) में भाग ले रहा है। इस अभ्यास का उद्देश्य समुद्री सहयोग को बढ़ावा देना और तीनों नौसेनाओं की क्षमता को मजबूत करना है। अभ्यास में हार्बर फेज और समुद्री चरण शामिल हैं, जिनमें विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। अधिकारियों ने उच्चायुक्त को अभ्यास के बारे में जानकारी दी।
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INS कर्मुक ने सिंगापुर-भारत-थाईलैंड समुद्री अभ्यास में लिया हिस्सा (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय नौसेना का जहाज आइएनएस कर्मुक सिंगापुर-भारत-थाईलैंड समुद्री अभ्यास (एसआइटीएमईएक्स-25) में एक सप्ताह तक भाग लेने के करीब है।
एसआइटीएमईएक्स का पांचवां संस्करण 23 नवंबर को शुरू हुआ और इस वर्ष गणतंत्र सिंगापुर की नौसेना द्वारा आयोजित किया गया, समुद्री सहयोग को बढ़ावा देने, आपसी कार्यक्षमता को सुधारने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में तीनों नौसेनाओं की सामूहिक क्षमता को मजबूत करने का लक्ष्य रखता है।
उच्चायुक्त ने दी जानकारी
उच्चायुक्त ने शुक्रवार को बताया कि अभ्यास की शुरुआत तीन दिवसीय हार्बर फेज से हुई, जिसमें क्रास-डेक विजिट, पेशेवर आदान-प्रदान और मित्रवत खेल आयोजनों का समावेश था, ताकि भाग लेने वाले कर्मियों के बीच आपसी समझ और भाईचारे का निर्माण किया जा सके।
नौसेना घटक कमांडर कोमोडोर नितेश गर्ग और आईएनएस कर्मुक के कमांडिंग अफसर ने भारत के सिंगापुर में उच्चायुक्त डॉ. शिल्पक अम्बुले से मुलाकात की और उन्हें चल रहे समुद्री अभ्यास के लिए जहाज की यात्रा के बारे में जानकारी दी। अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के साथ समुद्री चरण 26 नवंबर से चल रहा है व 29 नवंबर को समाप्त होगा, जिसमें जटिल संचालन, सामरिक अभ्यास और संचार अभ्यास शामिल हैं।

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