चार्टर्ड फ्लाइट भेज US से परिवार समेत अपने स्टाफ को लाया वापस, इनफोसिस की मानवीय पहल
अमेरिका में कार्यरत अपने 200 से अधिक स्टाफ को परिवार समेत वापस बुलाने की मानवीय पहल इनफोसिस ने की है इसके लिए कंपनी की ओर से चार्टर्ड फ्लाइट को भेजा गया।
नई दिल्ली, प्रेट्र। आइटी सर्विसेज की प्रसिद्ध कंपनी इनफोसिस (Infosys) ने अमेरिका में कार्यरत अपने 200 से अधिक भारतीय स्टाफों को सपरिवार वापस बुला लिया है। इसके लिए कंपनी की ओर से चार्टर्ड फ्लाइट भेजी गई। दरअसल ये इनफोसिस के स्टाफ अमेरिका में अपने परिवारों के साथ रहते हैं लेकिन कोविड-19 के कारण वहां संक्रमण का खतरा अधिक देखते हुए इन्हें अपने देश बुला लेना बेहतर समझा गया। यह जानकारी कंपनी के सीनियर एक्जीक्यूटीव ने दी। कंपनी की ओर से इसके लिए स्पेशल चार्टर्ड फ्लाइट भेजी गई थी जो सैन फ्रांसिस्को से लोगों को लेकर सोमवार सुबह बेंगलुरु वापस लौटी।
यात्रा प्रतिबंधों के कारण फंसे थे लोग
इनफोसिस के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट- (रिटेल, सीपीजी और लॉजिस्टिक्स) समीर गोसावी ने एक लिंक्डइन पोस्ट में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया, 'इनफोसिस के चार्टर्ड उड़ान ने सैन फ्रांसिस्को से सैंकड़ों स्टाफ और उनके परिवार को लेकर उड़ान भरी और बेंगलुरु पहुंची।' इससे आगे इनफोसिस की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है। सूत्रों के अनुसार, नॉवेल कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन में जारी यात्रा प्रतिबंधों के आगे कुल 206 लोग अमेरिका में फंसे थे।
भारत में इंटरनेशनल फ्लाइट पर 31 जुलाई तक बैन
उल्लेखनीय है कि भारत से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध 31 जुलाई तक बढ़ा दिया है। मार्च से लागू लॉकडाउन को अब खोलने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके तहत अब अनलॉक-2 का प्लान शुरू हो चुका है। हालांकि, सिविल एविएशन रेगुलेटर DGCA ने यह ऐलान किया था कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर इस पूरे माह प्रतिबंध लागू रहेगा और केवल DGCA से अनुमति लेने के बाद ही वाली फ्लाइट्स का संचालन हो पाएगा। मई के शुरुआत से ही देश की निजी घरेलू एयरलाइंस वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों से भारतीयों को वापस ला रही हैं।
बता दें कि पिछले साल के अंत में शुरू हुए कोविड-19 ने तीन माह में विकराल रूप धारण कर लिया और इस साल के मार्च महीने में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे महामारी के तौर पर घोषित कर दिया।