एमवायएच में चूहे के कुतरे जाने के बाद दूसरे नवजात की भी मौत, CM मोहन यादव ने कहा- 'सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी लापरवाही'
इंदौर के एमवायएच अस्पताल में एक और नवजात बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई जिसे चूहों ने काटा था। यह बच्ची देवास जिले के कमलापुर गांव की रहने वाली थी। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने लापरवाही बर्दाश्त न करने की बात कही है और जांच के आदेश दिए हैं। कलेक्टर आशीष सिंह ने अस्पताल का निरीक्षण किया और पेस्ट कंट्रोल कंपनी की लापरवाही की जांच के आदेश दिए हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एमवायएच अस्पताल के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के एनआइसीयू में जिस दूसरी नवजात बच्ची को चूहे ने कुतरा था, बुधवार को उसकी भी इलाज के दौरान मौत हो गई है। अस्पताल प्रशासन ने मौत के बाद चुपचाप बच्ची का शव स्वजन को सौंप दिया। मृत नवजात के माता-पिता देवास जिले के कमलापुर गांव के रहने वाले हैं। शव को बिना पोस्टमार्टम के ही अपने साथ लेकर चले गए। मासूमों की मौत ने पूरे लापरवाह सिस्टम की पोल खोल दी है।
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने कहा कि हमारी सरकार लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी। इस संबंध में प्रमुख सचिव और कलेक्टर को जांच के आदेश दिए हैं। दो दिन में हुई दूसरे नवजात की मौत के बाद कलेक्टर आशीष सिंह और जनप्रतिनिधियों ने अस्पताल का निरीक्षण किया। वे एनआइसीयू और ब्लड बैंक पहुंचे। पूरे मामले में पेस्ट कंट्रोल करने वाली एजाइल कंपनी की लापरवाही सामने आई है।
कलेक्टर ने कहा कि बाहरी एजेंसी जांच करेगी कि पेस्ट कंट्रोल अस्पताल में ठीक से किया गया था या नहीं। एजाइल कंपनी के अलावा यदि अन्य किसी की लापरवाही पाई जाएगी तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। घटना का वीडियो भी सामने आया था। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। मंगलवार को धार जिले के निवासी जिस नवजात की मौत हुई थी, उसका पोस्टमार्टम हुआ है। उसमें सामने आया कि उसके आर्गन फैलियर हुए थे।
बुधवार को जिस बच्चे की मौत हुई है, उसकी आंत नहीं बन पाई थी। ऐसी स्थिति दोबारा निर्मित न हो, इसके लिए निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण के दौरान डीन डा. अरविंद घनघोरिया नजर नहीं आए। हेल्थ कमिश्नर ने भी बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग की, जिसमें डीन डा. अरविंद घनघोरिया और एमवायएच अधीक्षक डा. अशोक यादव को फटकार लगाई। उन्होंने इस घटना को प्रबंधन की घोर लापरवाही बताई। निष्पक्ष जांच करते हुए रिपोर्ट मांगी है।
मंत्री तुलसीराम सिलावट ने भी मुख्यमंत्री को शिकायत की है। इसमें उच्च स्तरीय जांच भोपाल से प्रमुख सचिव को भेजकर करवाने का अनुरोध किया है। इन लोगों पर हुई अब तक कार्रवाई वार्ड में जिन जिम्मेदारों के कारण बच्चों को चूहे ने कुतरा, उन पर डीन डा. अरविंद घनघोरिया ने कार्रवाई की है। लापरवाही बरतने वाली नर्स श्वेता चौहान और आकांक्षा बेंजामिन को सस्पेंड कर दिया गया है।
नर्सिंग सुपरिंटेंडेंट मारग्रेट जोसेफ को भी हटा दिया गया है। प्रभारी एचओडी डा. मनोज जोशी, आइसीयू इंचार्ज नर्स प्रवीणा सिंह, कलावती भलावी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। डा. एसबी बंसल की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाई है। लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के कमिश्नर ने डीन और एमवायएच अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस देकर जवाब मांगा है।
बच्चों की मौत चूहे के कुतरने से नहीं हुई है। पोस्टमार्टम में सामने आ चुका है। मामले की जांच डीन द्वारा बनाई गई कमेटी कर रही है। एजाइल कंपनी पर भी जुर्माना लगाया गया है। - डा. अशोक यादव, अधीक्षक
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