Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दिल्ली से इंदौर जा रही ट्रेन में महिला के साथ हुई ऐसी घटना, तोड़ डाली AC कोच की खिड़की

    Updated: Thu, 30 Oct 2025 03:07 PM (IST)

    इंदौर-दिल्ली पैसेंजर ट्रेन में एक महिला यात्री ने पर्स चोरी होने के बाद गुस्से में एसी कोच की खिड़की तोड़ दी। महिला का आरोप है कि आरपीएफ ने उसकी मदद नहीं की। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में महिला कांच तोड़ती दिख रही है। यात्रियों ने उसे रोकने की कोशिश की, पर वह नहीं मानी। 

    Hero Image

    पर्स चोरी होने पर महिला ने तोड़ी एसी कोच की खिड़की (स्क्रीनग्रैब 'X')

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंदौर दिल्ली पैसेंजर ट्रेन में एक महिला यात्री ने गुस्से में आकर एक वातानुकूलित कोच की खिड़की पर ट्रे से हमला कर दिया। महिला का आरोप है कि उसका पर्स चोरी हो गया। इस दौरान उसे आरपीएफ ने मदद नहीं की। इस बात से नाराज होकर महिला ने यह कदम उठाया और खिड़की का शीशा तोड़ दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में एक महिला पर्स चोरी होने से नाराज होकर ट्रेन के एसी कोच की खिड़की का कांच तोड़ती दिख रही है। महिला के बगल में एक बच्चै बैठा हुआ दिख रहा है। इस वीडियो को इंदौर का बताकर वायरल किया जा रहा है।

    कौन करेगा भरपाई?

    महिला द्वारा गुस्से में खिड़की तोड़ने का वीडियो वायरल होते ही ऑनलाइन मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ आईं। कुछ लोग पूछ रहे हैं कि रेलवे संपत्ति को जो नुकसान हुआ, क्‍या उसकी भरपाई लड़की से करवाई जा सकती है?

    मेरा पर्स लाकर दो बस बात खत्म

    वायरल वीडियो में जब महिला शीशा तोड़ रही होती है तो यात्री उसे ऐसा ना करने के लिए कहते हैं। लेकिन वो किसी की बात नहीं सुनती है। वो सिर्फ एक ही धून लगाए बैठी है कि मेरा पर्स लाकर दो। बात खत्म। वीडियो में टूटे हुए के टुकड़े सीट के नीचे और फर्श पर बिखरे हुए दिख रहे हैं। वहीं कई यात्री और रेल स्टाफ महिला की इस करतूत को बाहर से भी देख रहे हैं। .साथी यात्रियों ने उससे शीशा न तोड़ने और शांत होने की अपील की, परंतु वह नहीं मानी।

    महिला का आरोप

    वायरल हो रहे वीडियो को लेकर ऐसा दावा किया जा रहा कि है जब ट्रेन दिल्ली से इंदौर जा रही थी, तो महिला का पर्स चोरी हो गया। इसके बाद उसने आरपीएफ से संपर्क किया और सामान ढूंढने में मदद मांगी। लेकिन अधिकारियों ने कथित तौर पर उसकी शिकायत नहीं सुनी। जिससे नाराज होकर उसने ऐसा कदम उठाया।