देह व्यापार में प्रयुक्त वेबसाइट का निकला पाकिस्तानी कनेक्शन, बिट क्वाइन से बुक होती थीं लड़कियां
इंदौर में शुक्रवार की देर रात पुलिस ने एक आइटी कंपनी पर छापा मारा था। इसमें प्रबंधक समेत आठ इंजीनियर गिरफ्तार किए गए थे। अब पुलिस जांच में हैंडलर के पाकिस्तान में होने के सबूत सामने आए हैं।

इंदौर, जेएनएन। मध्यप्रदेश के इंदौर में हाल ही में एक बड़े देह व्यापार के रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था। अब इस रैकेट को लेकर एक एक खुलासा हुआ है। शुक्रवार देर रात शहर में पुलिस ने सटीक मुखबिरी पर एक आइटी कंपनी के कार्यालय में छापा मारा था। पुलिस को वेबसाइट एस्कार्ट सर्विस के जरिए देह व्यापार की सूचना मिली थी। अब जांच में पुलिस को पाकिस्तानी कनेक्शन मिला है।
प्रबंधक समेत आठ इंजीनियर गिरफ्तार
पुलिस ने मामले में कंपनी के प्रबंधक समेत आठ इंजीनियरों को गिरफ्तार किया था। पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि भंवरकुआं थाना क्षेत्र स्थित साईंराम प्लाजा में अरागलोन टेक्नोलाजी प्रा.लि. कंपनी की आड़ में एस्कार्ट सर्विस नामक वेबसाइट संचालित हो रही है। यहां से संतोष देवी सिंह सोलंकी, पुष्पेंद्र राजेंद्र सिंह ठाकुर, कुंदन भगवान सिंह, मानेंद्र बादाम सिंह पटेल, पवन रामबन गोस्वामी, अमय मिलिंद माइंदे, कृष्णपाल महेंद्र प्रताप सिंह, जितेंद्र राजेंद्र जैन को गिरफ्तार कर किया गया। इनमें एक कंपनी का प्रबंधक और आठ इंजीनियर शामिल हैं। मास्टर माइंड प्रशांत शिंदे और फयाज फरार हैं।
पाकिस्तान का निकला सर्वर
पुलिस को हार्लोथब डाट काम, बेडपेज डाट काम और ईबैकपेज डाट काम के नाम से तीन एस्कार्ट सर्विस वेबसाइट्स मिलीं जिनका सर्वर तो पाकिस्तान का है लेकिन फयाज और प्रशांत इन्हें स्कायअप और टीम व्यूवर एप (रिमोट) से मैंटेन कर रहे थे। पुलिस ने सभी कर्मचारियों के खिलाफ आइटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया। हालांकि जमानती जुर्म होने से शनिवार सुबह सभी को रिहा करना पड़ा। गिरफ्तार आरोपितों की 80 हजार से एक लाख रपये प्रति माह सैलरी है। आरोपितों द्वारा बनाई वेबसाइट्स से विभिन्न देशों में लड़कियां सप्लाई होती थीं। होम पेज पर ही देशों और शहरों के नाम लिखे हुए थे। उसमें बुकिंग आप्शन में अश्लील फोटो और वीडियो भी थे।
डालर और बिट क्वाइन में लेते थे फीस
बता दें कि आरोपी अपनी फीस को डालर और बिट क्वाइन के माध्यम से फयाज, प्रशांत और कंपनी के खाते में जमा करवाया जाता था। आरोपित चार साल से एस्कार्ट सर्विस के लिए वेबसाइट बना रहे हैं। मूलत: शरदचंद्र मार्ग धार निवासी प्रशांत पहले भोलाराम उस्ताद मार्ग पर रहता था। फिलहाल वह गोवा रहने चला गया। वेबसाइट बनवाने वाला आरोपित फयाज मूलत: पाकिस्तानी है। उसके द्वारा मुहैया करवाया गया पोर्न मटैरियल कंपनी में काम करने वाले इंजीनियर वेबसाइट पर अपलोड कर देते थे। उसने इमारत की चौथे माले पर जगह किराये पर ली थी। पुलिस ने अनुबंध जब्त कर लिया है। खातों को सील करने के लिए बैंकों को पत्र लिखा है।
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