इंदिरा आईवीएफ फ्रॉड केस: मुंबई से को प्रोड्यूसर मेहबूब अंसार सहित दो गिरफ्तार
इंदिरा आईवीएफ धोखाधड़ी मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें को-प्रोड्यूसर मेहबूब अंसार भी शामिल है। एफआईआर में विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी श्वेतांबरी भट्ट मुख्य आरोपी हैं। जांच में पता चला है कि वेंडर को ज्यादा भुगतान किया गया और फर्जी बिलों के माध्यम से लाखों रुपये निकाले गए। पुलिस अब विक्रम भट्ट और श्वेतांबरी भट्ट की भूमिका की जांच कर रही है।

इंदिरा आईवीएफ धोखाधड़ी में दो गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंदिरा IVF एवं इंदिरा एंटरटेनमेंट के संस्थापक डॉ. अजय मुर्डिया द्वारा दर्ज कराए गए 30 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी मामले में पुलिस ने मंगलवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
एफआईआर में बॉलीवुड के प्रसिद्ध निर्देशक विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी श्वेतांबरी भट्ट को मुख्य आरोपी बनाया है। अब पुलिस केस में इन दोनों की भूमिका की जांच कर रही है। फिलहाल पुलिस ने केस से जुड़े ठाणेमुम्बई निवासी को-प्रोड्यूसर मेहबूब अंसार और वेंडर बताए जा रहे संदीप त्रिभोवन को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक प्रारंभिक जांच में धोखाधड़ी के पुख्ता संकेत मिले हैं। बताया गया कि बिल क्लियर कराने की प्रक्रिया में महबूब अंसारी, श्वेतांबरी भट्ट और उदयपुर निवासी दिनेश कटारिया ही भूमिका निभाते थे। वेंडरों द्वारा प्रस्तुत किए गए बिल इन्हीं तीनों के वेरिफिकेशन के बाद इंदिरा एंटरटेनमेंट के अकाउंट से भुगतान किए जाते रहे।
वेंडर की वास्तविक सैलरी 60 हजार रुपए, उठाए 2 लाख रुपए महीने
जांच में सामने आया कि वेंडर संदीप त्रिभोवन की वास्तविक सैलरी 60 हजार रुपये थी, लेकिन कंपनी के नाम पर उसके लिए दो लाख रुपये प्रति माह का भुगतान उठाया। इसी खाते से वह हर महीने लगभग 1.40 लाख रुपये श्वेतांबरी भट्ट के खाते में ट्रांसफर करता था।
आरोप यह भी है कि ऑटो चालक, पेंटर तथा छोटे सप्लायर को भी फर्जी वेंडर बनाकर लाखों–करोड़ों रुपये के बिल क्लेम किए गए। पुलिस की नजर फिलहाल धोखाधड़ी के मुख्य आरोपी विक्रम भट्ट और श्वेतांबरी भट्ट पर है और आगे की पूछताछ में कई और खुलासे होने की संभावना है।

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