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    लोकसभा चुनाव में विदेश में रह रहे भारतीयों ने नहीं दिखाया उत्साह, EC ने जारी किए आंकड़े

    Updated: Sun, 29 Dec 2024 11:42 PM (IST)

    साल 2024 के लोकसभा चुनाव में विदेश में रह रहे भारतीयों ने कोई खास उत्साह नहीं दिखाया है। चुनाव आयोग ने जो आंकड़े जारी किए हैं उसके अनुसार करीब 1.2 लाख ओवरसीज इंडियंस मतदाता सूची में पंजीकृत हैं लेकिन सिर्फ 2958 ने भारत आकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं साल 2019 में पंजीकृत ओवरसीज इलेक्टर्स की कुल संख्या 99844 थी।

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    लोकसभा चुनाव में विदेश में रह रहे भारतीयों ने नहीं दिखाया उत्साह (फोटो- जागरण)

    पीटीआई, नई दिल्ली। विदेश में रह रहे भारतीयों (ओवरसीज इंडियंस) ने मतदाता सूची में पंजीकरण कराने में तो उत्साह प्रदर्शित किया था और लगभग 1.2 लाख पंजीकृत भी हैं, लेकिन इस वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में सिर्फ 2,958 ने भारत आकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

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    जानिए क्या कहते हैं आंकड़े

    चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार 2024 में 1,19,374 लोग ओवरसीज इलेक्टर्स के रूप में पंजीकृत हैं और इनमें सबसे ज्यादा 89,839 केरल राज्य से हैं। जबकि 2019 में पंजीकृत ओवरसीज इलेक्टर्स की संख्या 99,844 थी। अर्थात पांच वर्षों में 19,530 लोग ओवरसीज इलेक्टर्स के रूप में पंजीकृत हुए।

    कितने लोगों ने डाले वोट?

    आयोग ने बताया कि इस वर्ष लोकसभा चुनाव में मताधिकार का प्रयोग करने वाले 2,958 ओवरसीज इलेक्टर्स में से भी 2,670 सिर्फ केरल से थे। कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु जैसे कई बड़े राज्यों के एक भी ओवरसीज इलेक्टर ने मतदान नहीं किया।

    राज्यों के ओवरसीज वोटर्स की संख्या

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गृह राज्य गुजरात के पंजीकृत 885 ओवरसीज इलेक्टर्स में से सिर्फ दो मतदान में हिस्सा लिया। इसी तरह महाराष्ट्र के 5,097 ओवरसीज इलेक्टर्स में से 17 और आंध्र प्रदेश के 7,927 में से 195 ने मतदान किया। जबकि असम के पंजीकृत 19, बिहार के 89 और गोवा के 84 में से किसी ने मतदान नहीं किया। चुनाव आयोग के अनुसार, मतदाता सूची में पंजीकृत भारतीय नागरिकों को इलेक्टर्स कहा जाता है और जो अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं उन्हें वोटर्स कहा जाता है।

    गौरतलब है कि वर्ष 2020 में चुनाव आयोग ने अभी सर्विस वोटर्स के लिए उपलब्ध इलेक्ट्रानिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलट सिस्टम (ईटीपीबीएस) की सुविधा ओवरसीज इलेक्टर्स को भी मुहैया कराने का प्रस्ताव केंद्रीय कानून मंत्रालय को दिया था, लेकिन सरकार ने इस मुद्दे पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया है। इसके लिए चुनाव नियमों में बदलाव करना होगा।

    चुनाव आयोग ने जारी किया है लोस का डेटासेट

    उल्लेखनीय है कि गुरुवार को चुनाव आयोग ने इस साल हुए लोकसभा चुनाव का एक डाटासेट जारी किया था। इन आंकड़ों ने बताया कि देश में 64 करोड़ से अधिक लोगों ने मतदान किया है। इस बार पुरुषों की मुकाबले महिलाओं ने अधिक भागीदारी दिखाई।

    देश में हुए लोकसभा चुनाव से पहले कुल 97 करोड़ से अधिक मतदाता पंजीकृत थे। चुनाव आयोग के अनुसार पंजीकृत मतदाताओं में 64.64 करोड़ से अधिक वोर्टस ने मताधिकार का प्रयोग किया, जिसके बाद एक विश्व रिकॉर्ड भारतीय लोकतंत्र के नाम हो गया।